श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में शहीदों को दी श्रद्धांजलि, बलिदान और साहस को किया नमन

ghaziabad news कारगिल विजय दिवस पर सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि ने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि यह दिवस केवल एक ऐतिहासिक तारीख नहीं, बल्कि भारत माता के लिए बलिदान और साहस का जीवंत प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि 26 जुलाई का दिन हर भारतीय के लिए शौर्य, गर्व और राष्ट्रीय एकता का दिन है। यह वह दिन है जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान की तरफ से कारगिल क्षेत्र में की गई गुप्त घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब देते हुए अद्वितीय पराक्रम और साहस का परिचय दिया।
कहा कि वर्ष 1999 में कारगिल की ऊंचाइयों पर कब्जा करने के प्रयास को भारतीय सेना ने आॅपरेशन विजय के तहत विफल कर दिया और विश्व को यह संदेश दिया कि भारत की सरजमीं पर कोई भी गिद्ध दृष्टि नहीं डाल सकता।
नारायण गिरि ने कहा कि वे सैनिक जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी, वे सदा अमर रहेंगे। यह दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम देश सेवा को अपने जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में भारत ने केवल सैन्य विजय ही नहीं पाई, बल्कि राष्ट्रीय एकता, अखंडता और आत्मबल का भी उदाहरण प्रस्तुत किया।
देश सेवा को बनाए अपने जीवन का संकल्प
गिरि ने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि देश सेवा केवल सेना में जाकर ही नहीं होती, बल्कि हर नागरिक को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हुए देश के विकास और सुरक्षा में योगदान देकर करनी चाहिए।

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