Flood in Delhi Noida and Jewar: दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएड का जेवर समेत कई इलाकों में बाढ आने का खतरा बढ रहा है। नोएडा के सेक्टर 135 से लेकर 150 तक बने फार्म हाउस डूब चुके है। जिला प्रशासन की और से हाई अलर्ट जारी कर दिया। वहीं हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है जिसका असर यमुना में दिखा है और यमुना चेतावनी के लेवल के निशान को पार गई है। दिल्ली में यमुना में लगातार पानी स्तर बढ रहा है। यमुना घाट कालिंदी कुंज पर मौजूद लोगों ने बताया कि शनिवार से पानी बढ़ाना शुरू हुआ है अब ऐसा लगने लगा है कि यमुना विकराल रूप लेने वाली है।
पुराने रेलवे पुल पर 205.52 मीटर
बता दें कि यमुना नदी का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर 205.52 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है और हथनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है। हथिनीकुंड बैराज से 329313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। आज सुबह 7 बजे यमुना ने हथनीकुंड बैराज से 272000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके बाद 8 बजे तकरीबन 311032 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और 9 बजे 329313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो कल तक दिल्ली पहुंचेगा।
बता दें कि 2023 में 11 जुलाई को हथनीकुंड बैराज से 3.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, इससे दिल्ली के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे। हर घंटे छोड़े जा रहा लाखों क्यूसेक पानी से एक बार फिर 2023 जैसे हालत बनने के आसार हैं।
वर्ष 1978 में छोड़ा था 7 लाख क्यूसेक पानी
वर्ष 1978 में 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, उस साल यमुना का जा स्तर 207.49 मीटर पर पहुंचा था।
2010 में 744507 पानी छोड़ा गया था तब यमुना का स्तर 207.11 मीटर पर पंहुचा था।
2013 में 806464 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, तब यमुना का जलस्तर 207.32 मीटर पर पहुंच था।
2023 में 359760 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, तब यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर पर पहुंच गया था।
अधिकारी के अनुसार, स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है, क्योंकि जल स्तर में और वृद्धि होने का अनुमान है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मयूर विहार में नदी के पास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अस्थायी रूप से ठहराने के लिए टेंट लगाए गए हैं। ताकि वे बाढ से बच सके। कई टेंट सड़को के किनारे लगाए गए है।

