भगवान की मूर्ति तोड़ने वालों ने बोली ऐसी बात सुनेंगे तो होंगे हैरान

बुलंदशहर। गुलावठी के गांव बराल में मंदिरों में मूर्तियों को तोड़ने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चारों एक ही गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने मंदिरों में नई मूर्तियों को स्थापित करने के लिए मूर्तियां तोड़ी थीं, क्योंकि मंदिरों में टूटी मूर्तियों की पूजा की जा रही थी। देख्ािए ऐसी बात सुनेगे तो तो कोई भी दंग रह जाएगा। आरोपियों ने कहा कि कई बार मूर्तियों को बदलने की मांग की गई थी लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने चोरों को जेल भेज दिया है।
मालूम हो कि 1 जून की सुबह गांव बराल के 4 मंदिरों में तोड़फोड़ और 17 देव मूर्तियां खंडित पाई गई थीं। सूचना मिलते ही मंदिरों पर ग्रामीण एकत्रित हो गए। मौके पर पुलिस प्रशासन की टीमें भी पहुंच गई थीं। काफी देर तक ग्रामीणों ने हंगामा किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। पुलिस अधिकारियों ने जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर समझाया था। इसके बाद पुलिस जांच पड़ताल शुरू की थी।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया,देव प्रतिमाओं को तोड़ने के मामले चार टीमों का गठन किया गया था। गांव और मंदिरों में लगे सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए और फॉरेंसिक टीम को लगाया गया था। जिसके बाद इन चारों 4 युवकों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी गांव बराल निवासी हरीश शर्मा, शिवम, केशव और अजय हैं। इनसे जब पूछताछ की गई तो इन लोगों ने घटना को अंजाम देने के पीछे अजीबोगरीब कारण बताया है।
उन्होने बताया कि युवकों का दावा है कि गांव काफी बड़ा है। गांव के इन चारों मंदिरों में लगी देवी देवताओं की मूर्तियां काफी क्षतिग्रस्त हो चुकी थीं। हम लोगों ने कई बार गांव में चंदा करके मूर्तियों को बदलवाने की बात रखी लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।लोग हर दिन उन्हीं जर्जर मूर्तियों की पूता किये जा रहे थे। इसलिये हम लोगों ने बुधवार-गुरुवार की रात 12 बजे के बाद चोरों मंदिरों में लगी देव प्रतिमाओं को तोड़ने की प्लानिंग की ताकि जब मूर्तियां खंडित जाएंगी तो कोई उनकी पूजा नहीं करेगा, लिहाजा लोग नई मूर्तियों को मंदिरों में स्थापित कराएंगे। इनमें मुख्य आरोपी हरीश है।

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