कुख्यात अनिल दुजाना का  ये  है अपराध की दुनिया का सफर, जानें यूपी में अब किस की बारी
1 min read

कुख्यात अनिल दुजाना का ये है अपराध की दुनिया का सफर, जानें यूपी में अब किस की बारी

UP STF ने मेरठ में  गैंगस्टर अनिल दुजाना को एनकाउंटर में मार गिराया। गौतमबुध नगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था। 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। इसके बाद से फरार चल रहा था। दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था। UP STF पिछले 6 साल में दुजाना समेत 184 एनकाउंटर कर चुकी है।

मुठभेड़ के समय अनिल दुजाना सफेद रंग की स्कॉर्पियो में था। बताया जा रहा है कि वह बागपत अपनी ससुराल जा रहा था। तभी मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने उसे जानी भोला की झाल के पास घेर लिया। इसके बाद उसने एसटीएफ टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। एनकाउंटर के बाद फोरेंसिक टीम ने जब उसकी गाड़ी की चेकिंग की तो उसमें से कई हथियार मिले। दुजाना का आतंक पश्चिमी यूपी के अलावा दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में भी था। उस पर बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था।

यह भी पढ़ें : पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासाः तीन साल बाद मृतक निकला जिंदा

उस पर साल 2002 में गाजियाबाद के कविनगर थाने में पहला मामला हत्या का दर्ज हुआ था। दुजाना पर गाजियाबाद के हरबीर पहलवान की हत्या का आरोप था। 2011 में नोएडा के एक मामले में उसे 3 साल की सजा सुनाई गई थी। जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ पिछले हफ्ते 2 मुकदमे दर्ज किए थे। गौतमबुध नगर पुलिस और UP STF अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी।

पिछले दिनों 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, लेकिन दुजाना हाथ नहीं लगा। क्राइम ब्रांच का दावा है कि दुजाना मंडावली के एक बिजनेसमैन की हत्या के इरादे से घूम रहा था। वहीं, पुराने केस में पेश नहीं होने से दुजाना के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट भी जारी किया था। वही, जनमानस में अब सवाल उठ रहा है कि यूपी में अगला कौन बदमाश होंगा जो पुलिस के हत्थे चढेगा।अब माना जा रहा है कि जेल में बंद सुदर भाटी भी अगला निषाना हो सकता है। लेकिन पुलिस या सरकार के किसी भी नुमाईदें की ओर से कोई पुष्टी नही है।

यहां से शेयर करें