गैंगस्टर और स्क्रैप माफिया रवि काना गैंग के लिए जबरन स्क्रैप का ठेका हासिल करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि इनका सरगना रवि अभी भी फरार चल रहा है। वो पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका है। बदमाशों की पहचान अमन और अवध उर्फ बिहारी के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ थाना बीटा-दो में गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज है। आरोपियों से पुलिस रवि काना का ठिकाना पता करने की कोशिश में जुटी है। दोनों आरोपी फैक्ट्रियों के मालिकों को धमकाकर स्क्रैप का ठेका हासिल करते। मामले में एक आरोपी राजकुमार पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
थाना बीटा-दो प्रभारी मुनेंद्र कुमार ने बताया कि अवध दो साल पहले भी रंगदारी मांगने के केस में गिरफ्तार हुआ था। इस वक्त जमानत पर चल रहा था। पिछले दिनों बिसरख थाना क्षेत्र में एक धर्मकांटा संचालक ने भी अवध पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
ये है रवि काना गिरोह के सक्रिय सदस्य
थाना बीटा-दो पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत सरगना रवि और उसके सक्रिय सदस्यों पर कार्रवाई की। उसके गैंग मेंराजकुमार नागर, तरुण छोंकर, अनिल, विक्की, अफसार, अमन, विशाल, अवध उर्फ बिहारी उर्फ अमर सिंह, महकी नागर उर्फ महकार, राशिद अली, आजाद नागर, प्रहलाद, विकास नागर, काजल झा व रवि की पत्नी मधु शामिल है जिनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
आयकर विभाग विभाग हुआ सक्रिय
रवि के गुर्गों शमशीर और मिंटू को 35 लाख रुपये की रंगदारी देने जा रहे गाजियाबाद के व्यापारी अनिल बंसल के मामले में आयकर विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। बुधवार रात को अनिल से यह रकम पुलिस ने बरामद कर ली थी। पुलिस ने बताया कि हमने इसकी जानकारी आयकर विभाग को दी। वह आय के स्रोत आदि की जांच कर रहे हैं। आयकर विभाग ने बरामद पैसे की जांच शुरू कर दी है।