Delhi News। दिल्ली सरकार के स्कूल की तरह ही अब दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में भी शिक्षा क्रांति की शुरूआत हो चुकी है। इस दिशा में आईआईएम अहमदाबाद से पांच दिवसीय ट्रेनिंग लेकर लौटे एमसीडी स्कूलों के 48 प्रिंसिपलों से शिक्षा मंत्री आतिशी व मेयर शैली ओबरॉय ने संवाद किया। इस अवसर पर प्रिंसिपलों ने आईआईएम की अपनी लीडरशिप ट्रेनिंग, बच्चों को अच्छी शिक्षा देने और पैरेंट्स को शिक्षा में भागीदार बनाने समेत ट्रेनिंग में सीखे हर पहलुओं से जुड़े अनुभव साझा किए।
आतिशी ने कहा कि जब भी सरकारी स्कूल, वहां के टीचर्स-प्रिंसिपल्स की बात आती है तो पूरे देश की अवधारणा है कि वो उदासीन होते हैं। लेकिन मुझे खुशी है कि हमारे प्रिंसिपलों ने इस अवधारणा को तोड़ने का काम किया है। हमारे प्रिंसिपल अपने जोश, उत्साह और सकारात्मकता को अपने स्कूल के टीचर्स और बच्चों में भी फैलायेंगे।
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उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का मानना है कि जब तक शिक्षकों को वर्ल्ड क्लास एक्सपोजर नहीं मिलेगा तब तक वो बच्चों को वर्ल्ड क्लास शिक्षा नहीं दे सकते हैं। इसलिए हमने एमसीडी स्कूलों के प्रिंसिपलों को आईआईएम में ट्रेनिंग के लिए भेजा है। ताकि वो वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग लें और फिर उसका इस्तेमाल अपने स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए करें।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से शिक्षक-प्रिंसिपल हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम उनके लिए दुनिया की सबसे शानदार ट्रेनिंग का प्रबंध कर रहे हैं, ठीक उसी तरह हम चाहते हैं कि शिक्षक-प्रिंसिपल हमारे स्कूली बच्चों को भी शानदार शिक्षा दें। स्कूल में पढ़ने वाला हर बच्चा ये महसूस करे कि वो आपके लिए महत्वपूर्ण है और वो स्कूल आकर डरे नहीं बल्कि स्पेशल महसूस करें।
आतिशी ने कहा कि जो बच्चे सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं, उन्हें उनके शिक्षकों-प्रिंसिपलों के अलावा गाइड करने, आगे बढ़ने का मौका देने वाला कोई और नहीं है। यदि हम उन बच्चों को मौका नहीं दे पाते तो शायद इन बच्चों को दोबारा कभी मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों की जिÞम्मेदारी और बढ़ जाती है कि वो जितनी सकारात्मकता के साथ इन बच्चों को मौका देंगे, ये बच्चे उतने ही सफल बनेंगे। इन बच्चों में टैलेंट की कमी नहीं है, उन्हें बस राह दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का विजन है कि जैसी शिक्षा उन्होंने अपने बच्चों की दी वैसी शिक्षा वो दिल्ली के हर बच्चे को दें। उन्होंने कहा कि इस विजन को पूरा करना हमारी जिÞम्मेदारी है, इसलिए हम अपने शिक्षकों को आईआईएम भेज रहे हैं। हमारे लिए खुशी कि बात है कि अब तक 350 से ज्यादा एमसीडी प्रिंसिपल विभिन्न आईआईएम से ट्रेनिंग लेकर आ चुके हैं और आने वाले समय में और प्रिंसिपल ट्रेनिंग पर जाएँगे।