ghaziabad news स्वच्छता सर्वेक्षण में गाजियाबाद ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों में नगर निगम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए गार्बेज फ्री सिटी की श्रेणी में थ्री स्टार से सीधे 5 स्टार का सफर तय किया है, जबकि ओडीएफ प्लस प्लस से आगे बढ़कर वाटर प्लस प्लस का दर्जा प्राप्त किया है।
राष्ट्रीय स्तर पर गाजियाबाद ने 38वीं रैंक से छलांग लगाकर 11वां स्थान हासिल किया है, जबकि उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद टॉप 5 शहरों में शामिल हो गया है।महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नगर निगम की पूरी टीम और शहरवासियों को बधाई दी है।
अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने बताया कि , गाजियाबाद को विभिन्न मानकों पर उत्कृष्ट अंक प्राप्त हुए,निनमे सार्वजनिक स्थलों, भवनों, तालाबों और लेगेसी वेस्ट प्रबंधन में 100 में से 100 अंक,सार्वजनिक शौचालयों की सफाई में 97 अंक,डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में 98 अंक,कचरा निस्तारण में 91 अंक,गीला-सूखा कचरा पृथक्करण में 57 अंक,शामिल है। हालांकि, कचरा पृथक्करण (सेग्रीगेशन) के मामले में महापौर ने नगर निगम और शहरवासियों से अधिक मेहनत की अपेक्षा जताई है।
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15 लाख टन लेगेसी वेस्ट के निस्तारण से पर्यावरण को मिली राहत

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद में मोरटा, भिक्कनपुर, इंदिरापुरम व प्रताप विहार जैसे क्षेत्रों से लगभग 15 लाख मैट्रिक टन लेगेसी वेस्ट का सफाया किया गया है। इसके अलावा, 19.6 हेक्टेयर भूमि पर मियांवाकी पद्धति से पौधारोपण किया गया है, जो अब वृक्षों में बदल चुके हैं। यह पहल गाजियाबाद के पर्यावरण को स्थायी रूप से लाभ पहुंचा रही है और इस पर सर्वेक्षण टीम ने विशेष ध्यान दिया।
नगर आयुक्त और महापौर ने कहा किगाजियाबाद की यह उपलब्धि न केवल नगर निगम के प्रयासों का प्रमाण है, बल्कि यह साबित करती है कि जब प्रशासन और नागरिक एक साथ मिलकर काम करें, तो कोई भी शहर स्वच्छता की मिसाल बन सकता है।
कचरा प्रोसेसिंग के लिए भूमि की कमी चुनौती:महापौर

महापौर ने शहर की चुनौतियों की तरफ भी इशारा करते हुए कहा गाजियाबाद के पास अभी तक अपना अधिकृत प्रोसेसिंग ग्राउंड नहीं है, जिससे कचरा निपटान में समस्याएं आ रही हैं। इसके अलावा, सेग्रीगेशन यानी गीला-सूखा कचरा पृथक्करण में भी अभी और सुधार की आवश्यकता है।
नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की भूमिका रही अहम:डॉ मिथलेश कुमार

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि यह उपलब्धि शहरवासियों, स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छ भारत मिशन टीम और निगम अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। जनप्रतिनिधियों के सहयोग को भी निर्णायक माना गया है।
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