तापमान माइनस 6 डिग्री तक लुढ़का, श्रीनगर में अब तक की सबसे ठंडी रात

Jammu and Kashmir and Ladakh News: जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में शीतलहर ने जोर पकड़ लिया है। घाटी में तापमान तेजी से गिर रहा है, जिससे लोगों को कड़ी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार रात को श्रीनगर में अब तक का सबसे निचला तापमान माइनस 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सर्दी की सबसे ठंडी रात साबित हुई। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में तापमान माइनस 6.2 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि पुलवामा में माइनस 5.8 डिग्री और बारामूला में माइनस 5.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा और कुपवाड़ा में भी न्यूनतम तापमान माइनस 4.5 डिग्री सेल्सियस पर ठहर गया। पर्यटन स्थलों पर भी ठंड ने अपना असर दिखाया, जहां पहलगाम का तापमान माइनस 4.6 डिग्री और गुलमर्ग में 0.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जोजीला दर्रा, जो कश्मीर को लद्दाख से जोड़ता है, में हालात सबसे खराब हैं—यहां तापमान माइनस 16 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो यात्रा को मुश्किल बना रहा है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ला नीना प्रभाव और लगातार सूखे के कारण यह शीतलहर सामान्य से पहले और तीव्र आ गई है। अक्टूबर से ही घाटी में कोई वर्षा नहीं हुई है, जिससे तापमान में तेज गिरावट आई है। कश्मीर मौसम विभाग के निदेशक मुक्तार अहमद ने बताया कि 26 नवंबर से 10 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। 2 दिसंबर को कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना है, लेकिन कुल मिलाकर ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा।

सूखे का खतरा
इस शुष्क मौसम ने न केवल तत्काल ठंड बढ़ाई है, बल्कि दीर्घकालिक चिंताएं भी पैदा की हैं। पर्यावरणविदों का कहना है कि लगातार सूखा ग्लेशियरों के पिघलने को तेज कर सकता है, जो जल संसाधनों के लिए खतरा है। कश्मीर की जलविद्युत परियोजनाओं पर भी असर पड़ रहा है, क्योंकि कम वर्षा से जल स्तर घट रहा है। पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हो रहा है—सर्दियों में स्कीइंग और स्नो टूरिज्म पर निर्भर गुलमर्ग जैसे स्थलों पर बर्फ की कमी से नुकसान हो सकता है।

जम्मू क्षेत्र में भी ठंड बढ़ रही है। जम्मू शहर का न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री, जबकि बनिहाल में माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस रहा। लद्दाख में लेह का तापमान माइनस 8.5 डिग्री, जबकि कारगिल में माइनस 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रशासन की तैयारी
ठंड को देखते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर घाटी और जम्मू के विंटर जोन के स्कूलों के लिए सर्दी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। प्री-प्राइमरी कक्षाओं की छुट्टी 26 नवंबर से शुरू हो गई, जबकि कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों की छुट्टी 1 दिसंबर से प्रभावी होगी। अधिकारियों ने लोगों से घरों में रहने, गर्म कपड़े पहनने और हीटर के सुरक्षित उपयोग की सलाह दी है।

स्थानीय निवासी बता रहे हैं कि इस साल की शीतलहर असामान्य रूप से कठोर है। एक बुजुर्ग ने कहा, “नवंबर में इतनी ठंड पहले कभी नहीं देखी। सूखे ने सब कुछ बिगाड़ दिया है।” विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन इसकी मुख्य वजह है, और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अगले कुछ दिनों में तापमान और गिर सकता है, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।

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