Jewar Airport की बहेतर कनेक्टिविटी दे रही निवेश को मज़बूती
Jewar Airport: यूपी ग्लोबल इंनवेस्टमेंट समिट 2023 में हजारो करोड़ का निवेश आने की उम्मीद है और सबसे अधिक नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आएगा। नोएडा ग्रेटरनोएडा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए इसे बनाए रखने के लिए यहां बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और रोड कनेक्टिविटी जरुरी है। ये तब और महत्वपूर्ण हो जाता है। जब ग्रेटर नोएडा के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है। कनेक्टिविटी ही विशेष रूप से निवेश को मजबूत कर रही है।
कनेक्टिविटी के लिए तीनों प्राधिकरण कार्य कर रहे है। वर्तमान में तीनों प्राधिकरण करीब 260 हजार करोड़ के एमओयू के प्रस्तावों पर साइन कर चुके है।
यह भी पढ़े: UP News: कोर्ट में पेश नही हुए सपा विधायक, बढेगी मुश्किलें
Jewar Airport: नोएडा प्राधिकरण भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर पुश्ता रोड को लिंक रोड की तरह बनाएगा। ये रोड सीधे सेक्टर-150 होते हुए यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ेगी। जहां से जेवर एयरपोर्ट लिंक होगा। यानी नोएडा प्राधिकरण अपने रोड मैप का विस्तार करने जा रही है।इस योजना पर पहले भी कई बार प्लान किया गया। लेकिन योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब दोबारा से इस पर चर्चा शुरू की गई है। अधिकारियों को प्लानिंग तैयार कर इसका प्रस्ताव बनाने को कहा गया है। सामरिक रूप से देखे तो ये रोड दिल्ली नोएडा और आगे ग्रेटरनोएडा को जोड़ेगा।
प्राधिकरण योजना पर दोबारा से काम शुरू करने जा रहा है। 15 किमी लंबा यह खंड 26 किमी. के तटबंध मार्ग का हिस्सा है, जो कि नोएडा के सेक्टर 94 से कांलिदी कुंज बैराज (दिल्ली-नोएडा बार्डर पर) से सेक्टर-150 के बीच नोएडा-ग्रेटर नोएडा सीमा तक है। यह आगे यमुना एक्सप्रेस को लिंक करेगा, जो सीधे जेवर एयरपोर्ट से कनेक्ट होगा।
यह भी पढ़े: Greater Noida: 109 पथ विक्रेताओं को 9 फरवरी को मिलेगा ठिकाना
प्राधिकरण ने 2016 में फंड की कमी के कारण यमुना तटबंध सड़क के 15 किमी. के स्टेच पर काम रोक दिया था। सड़क परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली को वित्तीय विवरण के लिए भेजी थी। 15 मीटर चैड़ी सड़क की डीपीआर के अनुसार निर्माण के लिए अनुमानित लागत 275 करोड़ रुपए थी। लगातार क्नेक्टिविटी पर ध्यान दिया जा रहा हैं।