ट्रंप प्रशासन पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उल्लंघन का आरोप लगा, दायर किया गया मुकदमा

Stanford Student Newspaper News: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र अखबार ‘द स्टैनफोर्ड डेली’ ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन को लेकर मुकदमा दायर किया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मुकदमा अमेरिकी सरकार द्वारा विश्वविद्यालय की स्वतंत्र प्रेस को दबाने के प्रयासों के खिलाफ दायर किया गया है।

‘द स्टैनफोर्ड डेली’ ने आरोप लगाया है कि ट्रंप प्रशासन ने उनकी पत्रकारिता गतिविधियों को प्रतिबंधित करने और समाचार कवरेज में बाधा डालने की कोशिश की है। अखबार का दावा है कि प्रशासन ने उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए प्रेस की स्वतंत्रता को कमजोर करने की कोशिश की। इस मामले में विशेष रूप से, प्रशासन पर पत्रकारों की सरकारी कार्यक्रमों तक पहुंच सीमित करने और उनकी रिपोर्टिंग पर अनुचित दबाव डालने का आरोप है।

मुकदमे में कहा गया है कि यह कार्रवाई न केवल स्टैनफोर्ड के छात्र पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा के लिए है, बल्कि यह पूरे अमेरिका में प्रेस की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘द स्टैनफोर्ड डेली’ ने अपने बयान में कहा, “हमें विश्वास है कि प्रेस को बिना किसी डर या दबाव के सच को उजागर करने का अधिकार है। हम अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए यह कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।”

यह मुकदमा वाशिंगटन की एक संघीय अदालत में दायर किया गया है और इसे व्यापक रूप से प्रेस की स्वतंत्रता से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले के रूप में देखा जा रहा है। इस मामले में ट्रंप प्रशासन के तीन अधिकारियों के नाम शामिल हैं, जिनके खिलाफ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित करने का आरोप लगाया गया है।

इस मुकदमे की सुनवाई जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाती है। यह मामला न केवल स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे अमेरिका में प्रेस की स्वतंत्रता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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