नोएडा । समाजवादी पार्टी ने लगातार दूसरी बार गैर यादव को नोएडा महानगर अध्यक्ष बनाया है। इस बार डॉ. आश्रय गुप्ता (Dr. Ashray Gupta) को वफादारी का इनाम मिला है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वैश्य समाज की वोट अपने पक्ष में करने के लिए समाजवादी पार्टी का यह दांव काम आएगा।दरअसल, अब तक नोएडा महानगर अध्यक्ष पद पर ज्यादातर यादव बिरादरी से ही बनाया जाता था। लेकिन पंजाबी समाज के दीपक विग ने इस परंपरा को तोड़ा। अब इस बार डॉ. आश्रय गुप्ता पर सपा ने दांव चला है।
डॉ. आश्रय गुप्ता लंबे समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं। हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके घर सेक्टर 51 शिवालिक अपार्टमेंट भी गए थे। कहा जाता है कि डॉ. आश्रय गुप्ता समाजवादी पार्टी के एक सच्चे और कर्मठ सिपाही हैं। जो विपरीत परिस्थितियों में भी पार्टी के लिए संघर्ष करते रहे। पार्टी के ही कुछ लोग कहते हैं कि जिन लोगों ने सत्ता रहते वक्त पार्टी के नाम को जमकर भुनाया वे अब गायब है, लेकिन डॉ. आश्रय गुप्ता जैसे कार्यकर्ता विपक्ष से सीधे टक्कर ले रहे हैं।
यह भी पढ़े: Noida Authority:सफाई व्यास्था में फेल ठेकेदारो पर 5 लाख का जुर्माना
लोकसभा चुनाव में मिलेगा फायदा
राजनीतिक विशेषज्ञ कहते है कि नोएडा में पढे लिखे व्यक्ति को महानगर अध्यक्ष बनाए जाने के बाद सपा शहरी मतदाताओं को लुभाने में कुछ हद तक कामयाब रहेगी। नोएडा में वैश्य समाज की वोट काफी बड़ी मात्रा में है लेकिन सपा में समाज के लोग लंबे समय से प्रतिनिधित्व की बात कर रहे थे जो अब पूरी हुई है। डॉ. आश्रय गुप्ता राजनीति के साथ साथ सामाजिक मामलों में काफी सक्रिय है।
गुटबाजी भी नही चली
सपा से महानगर अध्यक्ष बनने के लिए काफी गुटबाजी भी की जा रही थी लेकिन वह नही चल पाई। कुछ ऐसे नेता है जो पद के लिए प्रोफेसर रामगोपाल यादव के घर हाजिरी लगा रहे थे। इस बार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद ही इस पद का चयन किया है।