नोएडा में लगने वाला ट्रैफिक जाम जी का जंजाल बनता जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण और ट्रैफिक पुलिस इससे निपटने के लिए लगातार प्लानिंग कर रही। प्लानिंग के तहत डीएनडी से होते हुए रजनीगंधा अंडरपास आते है उसके बाद 12-22 रेड लाइट और स्टेडिम पर जाम में फंस जाते है। उससे निपटने का अब रजनीगंधा से सेक्टर 12-22-56 तिराहा होते हुए सेक्टर-57 चैराहे तक एलिवेटेड रोड बनेगी। प्राधिकरण ने करीब पांच किलोमीटर के एलिवेटेड रोड का प्रारूप तैयार कर लिया है। आधिकारिक स्तर पर मंजूरी भी मिल गई है। इसे परीक्षण के लिए आईआईटी रुड़की भेजा गया है। अब आईआईटी इसकी उपयोगिता, संभावनाओं और डिजाइन को लेकर रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार लागत का आकलन सामने होगी। हालांकि इससे पहले भी 2015 में इस रोड को बनाने का प्रस्ताव प्राधिकरण लाया था। मास्टर प्लान रोड-1 पर एलिवेटेड रोड बनाने जरूरत लंबे समय जताई जा रही है। इसके लिए 2015 के पहले तैयारी हुई थी। सेक्टर-12-22 चैराहे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम का पत्थर भी प्रोजेक्ट के लिए लगा दिया गया था, लेकिन परियोजना धरातल पर नहीं उतरी।
प्रोजेक्ट की लागत का अनुमान 600-700 करोड़ रुपये तक है। मास्टर प्लान रोड-1 पर एलिवेटेड बनाने की परियोजना पहले भी कई बार चर्चा में आ चुकी है, लेकिन प्राधिकरण ने इसकी तैयारी को आगे नहीं बढ़ाया था। सुबह-शाम व्यस्त समय में रजनीगंधा से सेक्टर 12-22-56 तिराहे तक वाहनों का दबाव रहता है। शाम के वक्त वाहन रेंगते नजर आते हैं। आने वाले समय में वाहनों का दबाव और बढ़ेगा। इस सड़क से शहर के औद्योगिक सेक्टरों के साथ रजनीगंधा अंडरपास से सेक्टर-57 तक बनेगी। इससे सबसे अधिक फायदा गाजियाबाद खासकर खोड़ा और इंदिरापुरम और इंदिरापुरम व दिल्ली जाने वाला ट्रैफिक मिलेगा। इस लिहाज से आवागमन के लिए यह सड़क अहम है।