Prayagraj:भारत बैन पिस्टल हत्यारों को कैसे मिली, खाने तक के पैसे नही, लेकिन पिस्टल 7 लाख की
Prayagraj:एक जमाना था कि जब वारदाते देशी हथियारो से होती थी। या फिर बड़ी से बड़ी वारदात में एके 47 का इस्तेमाल होता था। अब प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या में इस्तेमाल पिस्टल भारत में बेन होने के बाद भी हत्यरों के पास थी। इतना ही नही इनके पास खाने तक के सही से पैसे नही नही लेकिन 7 लाख रुपये की पिस्टल कहां से आई? इससे 18 सेकेंड में 20 राउंड गोलियां चलती हैं। माफिया अतीक और उसका भाई अशरफ मारा जाता है। एक भी सेकेंड रुके बिना ये फायरिंग एके-47 से नहीं बल्कि एक ऑटोमैटिक पिस्टल से की गई थी। दरअसल, ये विदेशी पिस्टल थी, जिसे जिगाना कहते हैं। करीब 10 महीने पहले इसी पिस्टल से पंजाब में सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थी।क्या है वो जिगाना पिस्टल, जिससे हुई अतीक और उसके भाई की हत्या की गई।
यह भी पढ़े: Prayagraj:अतीक-अशरफ को असद की कब्र के पास दफनाया
जिगाना एक ऑटोमैटिक पिस्टल
तुर्किये में बनी जिगाना एक ऑटोमैटिक पिस्टल है। इस पिस्टल के कई मॉडल हैं। भारत में ज्यादातर 9उउ की जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल होता है। 2001 में पहली बार इस पिस्टल को तुर्किये की तेसस कंपनी ने बनाया था।
अब इस पिस्टल के कुल 16 मॉडल बाजार आते हैं। इस पिस्टल में सेफ्टी के लिए ऑटोमैटिक फायरिंग पिन ब्लॉक भी होता है। इस समय 4 देशों की पुलिस और सेना भी इस पिस्टल का इस्तेमाल करती हैं। जिगाना स्पोर्ट इस पिस्टल का अपडेटेड मॉडल है, जिसका अभी सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
यह भी पढ़े: Delhi News: लॉरेंस बिश्नोई के लिए ड्रग्स तस्करी करने वाला विदेश भागा
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आती है भारत
जिगाना पिस्टल भारत में बैन है। इस पिस्टल को बॉर्डर क्रॉस करके भारत लाया जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी इसी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। दरअसल, पंजाब में पिछले कई सालों से कई गैंग एक्टिव हैं, जो सीमा पार से ड्रग्स और अवैध हथियारों की सप्लाई के काम को अंजाम देने में लगे हैं।
इनमें से अधिकतर गैंग्स को पाकिस्तान पैसों के अलावा हथियार और गोला-बारूद देकर भी मदद करता है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, भारत में जिगाना पिस्टल पाकिस्तान से ही आती है। 11 अगस्त 2022 को अमृतसर में 4 जिगाना पिस्टल और 8 मैगजीन जब्त की गई थीं।