Prayagraj/Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बाइक शोरूम मालिक अभिषेक गुप्ता की हत्या के मामले में आरोपी महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडे को श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी ने महामंडलेश्वर पद से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई हत्याकांड में उनके नाम आने और 25 हजार रुपये के इनाम घोषित होने के बाद की गई है। पुलिस तीन राज्यों में उनकी तलाश कर रही है, जबकि उनके पति अशोक पांडे और दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अभिषेक गुप्ता (32 वर्ष), जो हाथरस के कचौरा गांव के निवासी थे और अलीगढ़ में टीवीएस बाइक शोरूम चलाते थे, की 26 सितंबर की रात को रोरावर थाना क्षेत्र के खेरेश्वर चौराहे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे अपने पिता नीरज गुप्ता और चचेरे भाई जीतू के साथ सिकंदराराऊ लौट रहे थे, जब बाइक सवार दो बदमाशों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग की। घटनास्थल पर ही अभिषेक की मौत हो गई।
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या एक लंबे प्रेम प्रसंग से उपजी साजिश का नतीजा थी। अभिषेक और पूजा शकुन पांडे के बीच करीब छह साल से संबंध थे। पूजा, जो अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुकी हैं, अभिषेक से शादी करना चाहती थीं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या एक लंबे प्रेम प्रसंग से उपजी साजिश का नतीजा थी। अभिषेक और पूजा शकुन पांडे के बीच करीब छह साल से संबंध थे। पूजा, जो अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुकी हैं, अभिषेक से शादी करना चाहती थीं।
लेकिन जब अभिषेक ने दूरी बनाई, अपना नंबर ब्लॉक कर दिया और शोरूम में पार्टनरशिप से इनकार कर दिया, तो वे भड़क उठीं। परिजनों के अनुसार, पूजा ने अभिषेक को प्रेम के जाल में फंसाया और बाद में ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। दो बार पहले भी हमले करवाए गए, लेकिन असफल रहे। आखिरकार, उन्होंने अपने पति अशोक पांडे के साथ मिलकर शूटरों को 3 लाख रुपये की सुपारी दी।
गिरफ्तार शूटर मोहम्मद फजल और आसिफ ने पूछताछ में कबूल किया कि पूजा ने उन्हें अभिषेक की फोटो, उसके व्यापारिक ठिकाने और होटल ‘द टाउन पैलेस’ की जानकारी दी। उन्होंने शुरू में 5 लाख रुपये मांगे, लेकिन पूजा ने 3 लाख में सौदा तय किया, जिसमें 1 लाख एडवांस दिया गया। फजल का पांडे दंपति के घर आना-जाना सालों से था। आसिफ, जो पहले दो बार जेल जा चुका है, को फजल ने ही इस काम के लिए राजी किया। पुलिस ने फजल के पास से 7,200 रुपये नकद, एक तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं।
पूजा शकुन पांडे का विवादास्पद इतिहास भी सामने आया है। 2019 में वे ‘लेडी गोडसे’ के नाम से सुर्खियों में आईं, जब उन्होंने महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाकर हत्या का एनैक्टमेंट किया था, जिसके लिए जेल भी हुई। गणित में 80% से अधिक अंक लानेवाली होनहार छात्रा रहीं पूजा ने गाजियाबाद और अलीगढ़ में प्रोफेसर की नौकरी छोड़ दी। 2016 में हिंदू महासभा से जुड़ीं और 2021 में हरिद्वार के निरंजनी अखाड़े से महामंडलेश्वर बनीं। उनके पति अशोक हिंदू महासभा के प्रवक्ता हैं। दोनों के घर पर धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रम आयोजित होते थे, जिसमें भाजपा-संघ के नेता शामिल होते। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि उनके आश्रम में अनैतिक गतिविधियां होती रहती थीं।
मामले के बाद हिंदू महासभा ने भी पूजा से दूरी बना ली है। अभिषेक के परिजन फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने पूजा पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व दिल्ली में तलाश तेज कर दी है। एसएसपी नीरज जादौन ने बताया कि साजिश का पूरा पर्दाफाश हो चुका है, जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
यह घटना न केवल अपराध की गहराई दर्शाती है, बल्कि धार्मिक पदों के दुरुपयोग पर सवाल भी खड़े करती है। जांच जारी है।
यह घटना न केवल अपराध की गहराई दर्शाती है, बल्कि धार्मिक पदों के दुरुपयोग पर सवाल भी खड़े करती है। जांच जारी है।

