politics:मौर्य-नंदी में बढी दूरियां,सीएम के सामने भी आपस में नही की बात
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politics:मौर्य-नंदी में बढी दूरियां,सीएम के सामने भी आपस में नही की बात

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और औद्योगिक विकास मंत्री नंदी के बीच दूरियां बढती जा रही है। वजह है सपा नेता रहे रईस शुक्ला को भाजपा में शामिल कराना। नंदी ने मंच से एक बार भी केशव प्रसाद मौर्य का नाम नहीं लिया। योगी के सामने दोनों के बीच बातचीत तक नहीं हुई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा की राजनीति की ओर जा रही है। बीते दिन यानी मंगलवार को सीएम योगी के प्रयागराज दौरे पर नंद गोपाल नंदी पुलिस लाइन मौजूद रहे। सीएम योगी के साथ ही लूकरगंज की जनसभा में पहुंचे। केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनका खिंचाव उस वक्त साफ दिखा। जब मौर्य, सीएम के दाहिनी तरफ बैठे और नंदी बाई तरफ थे।

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इस दौरान नंदी को संबोधन के लिए बुलाया गया। तो उन्होंने मंचासीन सभी नेताओं के नाम लिए। प्रत्याशी को जिताने की अपील की, मगर केशव प्रसाद मौर्य का नाम नहीं लिया। एक और घटनाक्रम तब हुआ, जब केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी को गदा भेंट की। इस दौरान नंदी और उनकी पत्नी एवं मेयर अभिलाषा दूर खड़े रहे। योगी भी ये खिंचाव महसूस कर रहे थे। इसलिए अपने संबोधन में उन्होंने प्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाने और बतौर मेयर अभिलाषा के कार्यकाल की तारीफ की। भाषण में 5 बार अभिलाषा का नाम लिया।

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ऐसा ही एक और दृश्य तब दिखा, जब योगी को भारी-भरकम माला पहनाई गई, इस दौरान भी नंदी पीछे खड़े रहे। जिले के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह उन्हें मनाते हुए दिखे। अब अगर अभिलाषा के संबोधन की बात करें, तो उन्होंने ने भी प्रत्याशी जिताने की अपील, बिना गणेश केसरवानी का नाम लिए की।

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