अपराधियों पर टूट रही पुलिस, पिछले सात वर्षों में 12,964 मुठभेड, जानिए डीजीपी प्रशांत कुमार का ब्योरा
1 min read

अपराधियों पर टूट रही पुलिस, पिछले सात वर्षों में 12,964 मुठभेड, जानिए डीजीपी प्रशांत कुमार का ब्योरा

उत्तर प्रदेश में पुलिस लगातार अपराधियों पर कठोर कार्रवाई कर रही है। पिछले सात वर्षों में 12,964 पुलिस मुठभेड़ दर्ज की गईं। इनमें 207 अपराधियों को मारा गया। जबकि 17 पुलिसकर्मियों की भी जान गई। 20 मार्च 2017 से पांच सितंबर 2024 के बीच मुठभेड़ों में औसतन हर 13वें दिन एक सूचीबद्ध अपराधी को मार गिराया गया। इनमें से अधिकांश अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 75,000 रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक का नकद इनाम रखा गया था।

एक लाख रुपये के 27 इनामी बदमाशों को मार गिराया

यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस ने मुठभेड़ों में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन किया और 2017 के बाद से पुलिस द्वारा की गई एक भी मुठभेड़ शीर्ष अदालत की जांच के दायरे में नहीं आई है। 2017 के बाद से यहां सबसे अधिक 3,723 मुठभेड़ों के साथ मेरठ जोन राज्य में शीर्ष पर है, जिसमें 66 अपराधी मारे गए और 7,017 अपराधी गिरफ्तार किए गए। राज्य भर में पुलिस ने 20 मार्च, 2017 और पांच सितंबर 2024 के बीच मुठभेड़ों के बाद 27,117 बदमाशों को गिरफ्तार किया। इन मुठभेड़ों में 1,601 अपराधी घायल हो गए।
कार्रवाई में 17 पुलिसकर्मी मारे गए, इसी अवधि के दौरान अन्य 1,601 पुलिसकर्मी गोलियों से घायल भी हुए। पिछले 7 वर्षों में यूपी पुलिस ने पांच लाख रुपये के दो इनामी अपराधियों, 2.5 लाख रुपये के 4 इनामी अपराधियों, दो लाख रुपये के दो इनामी अपराधियों, 1.5 लाख रुपये के छह इनामी अपराधियों और एक लाख रुपये के 27 इनामी बदमाशों को मार गिराया।

जीरो टॉलरेंस की नीति 
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि अपराध और अपराधियों के व्यापक अभियानों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत, 2017 से यूपी पुलिस द्वारा गिरोह के सरगनाओं और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गैंगस्टरों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि अपराधियों के खिलाफ अभियान में खूंखार डकैत उदय भान यादव उर्फ गौरी यादव, जिसका आतंक का साम्राज्य पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश तक भी फैला हुआ था, वह चित्रकूट में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उस पर यूपी पुलिस का पांच लाख रुपये का इनाम था और उसके खिलाफ लगभग 50 मामले दर्ज थे, जिनमें ज्यादातर डकैती, हत्या के प्रयास के थे।

 

Read Also: UP News: पीएफ का पैसा न मिलने से नाराज कर्मियों ने किया कार्यालय के बाहर प्रदर्शन

यहां से शेयर करें