Noida News: वैसे तो पुलिस जब कोई वारदात होती है तो इनकार करती है कि इस घटना नहीं हुई है, लेकिन जब खुलासा किया जाता है तब बताती हैं कि हाँ इसी तरह की वारदात हुई थी। लेकिन बताई इसलिए नहीं जा रहा थी कि बदमाश सतर्क न हो जाए। ऐसे ही मामला थाना ईकोटेक-3 क्षेत्र कुलेसरा सरस्वती विहार का है। हालांकि अब पुलिस ने डकेतो को पकड़ लिया है मगर जिस वक्त वारदात हुई उस दौरान डकैती नही चोरी बताई जा हरी थी। थाना इकोटेक-3 पुलिस ने अन्य टीमों के साथ मिलकर सरस्वती विहार सेक्टर 143 कुलेसरा में हुए 28/29 अगस्त की रात में घर में घुसकर हथियारों के बल पर डकैती का खुलासा किया है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया दोनों पैर में गोली लगने से घायल हो गए। इनके पास से डकैती के 39700, 2 तोला सोना, दो तमंचे, कारतूस खोखा, कारतूस एवं घटनाओं में प्रयोग की जा रही स्विफ्ट कर एवं बाइक बरामद की है, पुलिस इनके अन्य 6 साथियों की तलाश कर रही है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी (DCP Central Noida Shakti Mohan Awasthi) ने बताया कि थाना ईकोटेक 3 के थाना प्रभारी अनिल कुमार पांडे एवं स्वाट टीम एवं अन्य टीमों ने मिलकर सरस्वती विहार सेक्टर 143 कुलेसरा में हुई डकैती के मामले में 10 टीमों का गठन किया था तथा 500 से अधिक सीसीटीवी खगाले थे । साथ ही आम लोगों से जानकारी प्राप्त कर स्विफ्ट कार जो ओला कैब में चल रही थी, संज्ञान में आई साथ ही बदमाश अपनी हवाई चप्पल वहीं फेंक कर फरार हो गए थे। इन सभी के आधार पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि दो बदमाश बाइक पर सवार होकर आ रहे हैं तभी पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया पुलिस ने जब उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वह पहले तो बाइक लेकर भागने लगे, जब पुलिस ने पीछा किया तो उन्होंने पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायर किया ।पुलिस ने बचाव में गोली चलाई तो दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए। डीसीपी ने घायल बदमाशों की पहचान आमिर पुत्र अंशद निवासी बिनौली जिला बदायूं, गोलू उर्फ दिलशाद पुत्र बबलू निवासी अरनियाबिहार के रूप में की है। पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि वे ठेली लगाकर तथा ओला कैब चलकर पहले रैंकिंग करते थे,और इसके बाद 8-10 लोग एकत्र होकर अवैध असलों के बल पर डकैती चोरी आदि घटनाओं को अंजाम देते थे।
टोपी लगाकर वारदातों देते हैं अंजाम
पूछताछ में बदमाशों ने घटना में आठ लोगों का होना बताया, पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। इनके पास से दो तमंचे, घटनाओं में प्रयोग बाइक, स्विफ्ट कार तथा 39700 रुपए तथा लूटा हुआ सोनाबरामद किए हैं। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह गिरोह टोपी पहनकर घटनाओं को अंजाम देता था। इसलिए गिरोह को टोपी गिरोह का नाम दिया है। साथ ही यह घटना करते समय हवाई चप्पल पहनते थे, जिससे यह चप्पलों को वहीं फेंक कर तेजी से भगाने के लिए पैदल ही घटना के बाद निकल जाते थे।