रवि काना को मारपीट से टॉर्चर नहीं कर सकती पुलिस बल्कि अपना सकती है ये तरीका
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रवि काना को मारपीट से टॉर्चर नहीं कर सकती पुलिस बल्कि अपना सकती है ये तरीका

लंबे समय से तलाश कर रही गौतमबुद्ध नगर पुलिस को बड़ी कामयाबी उस वक्त मिली जब थाईलैंड पुलिस ने स्क्रैप माफिया एवं गैंगस्टर रवि काना को दिल्ली के इंदिरा गाँधी हवाई अड्डे पर लाकर सीआईएसएफ के हवाले कर दिया। नोएडा पुलिस एयरपोर्ट पहुंची और रवि काना एवं उसकी कथित गर्लफ्रेंड काजल झा को लेकर आ गई। बताया जा रहा है कि रवि काना के पीछे कौन कौन लोग थे इसका पुलिस पता लगा रही है।

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उसके पास से कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिससे पुलिस, पॉलिटिशियन और प्राइवेट संरक्षण देने वालों उनके नाम उजागर हो सकते हैं, लेकिन पुलिस इनके नाम उजागर करेगी या नहीं यह तो वक्त बताएगा। इसके अलावा अन्य राज़ खुलवाने के लिए पुलिस रवि काना और उसकी कथित गर्लफ्रेंड काजल झा के साथ मारपीट नहीं कर सकती और ना ही उन्हें टॉर्चर कर सकती है यदि इस तरह कुछ पुलिस करती है तो अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन माना जाएगा। फिलहाल तो पुलिस के पास एक बेहतरीन तरीका है जिससे कि काम भी बन सकता है और कानून भी बचा रह सकता है। उसमें इनको टॉर्चर नहीं किया जा सकता है यानी पुलिस अधिक से अधिक खाना खिलाएगी और कम से कम सोने देगी। 1-2 दिन में ही ये फॉर्मूला मारपीट से भी ज्यादा कारगर साबित होगा। फिलहाल तो इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है। लेकिन यूपी में कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की ईमानदारी के किस्से से आम हो रहे। जिस तरह से रवि काना पर कार्रवाई की गई उससे पता चलता है कि कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ ज़रा भी समझौता नहीं किया है जो कानून कहता है वही काम किया है।

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