बिहार में पीएम मोदी ने वोटर्स को दिया ये संदेश, जानें क्या बोले

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार देर शाम पटना पहुंचे थे। उन्होंने दिवंगत सुशील मोदी के परिजनों से मिले। इसके बाद पहली बार भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और कुछ देर रुके। इसके बाद रात में राजभवन में विश्राम किया।
आज यानी मंगलवार को पीएम मोदी ने कहा कि जंगलराज वाले आरक्षण और संविधान के बारे में दिन-रात झूठ बोल रहे। सच्चाई यह है कि अगर बाबा साहेब नहीं होते तो एससी और एसटी को आरक्षण नहीं मिल पाता। उन्हेांने सीधे नेहरू पर आरोप लगाया कि नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर विरोध किया था। कांग्रेस आरक्षण विरोधी है। इसलिए आज सिर्फ एक ही वोट बैंक उनके पास है। वह लोग धर्म के आधर पर आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं।

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पीएम मोदी ने कहा कि प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में यह लोग नहीं आए। उन्होंने निमंत्रण ठुकरा दिया। यह ऐसे लोग हैं, एक इंसान जिस पर अदालत ने चोरी करने के गुनाह में सजा सुनाई है। जो जेल काट रहा था। बीमारी के कारण घर आने का अवसर मिला। उसके घर में बढ़िया-बढ़िया खाने की फुर्सत है लेकिन राम लला के पास आने का समय नहीं है। मैं जहां जाता हूं अपने काम का रिपोर्ट कार्ड देता हूं। मैं इंडी गठबंधन से पूछता हूं कि तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड क्या है। जो लोग नौकरी के बदले जमीन लिखवा ले वह दूसरे के भविष्य के बारे में सोच सकता है क्या? वह बिहार को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं। इतिहास जब अवलोकन करेगा तो नीतीश जी और सुशील मोदी जी का नाम याद किया जाएगा। इन लोगों को बिहार को जंगलराज से बाहर निकाला। पीएम मोदी ने विकास योजनाओं को गिनाया।

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