नोएडा में घर बसाने का सपना अधिकतर लोग दूरदराज के क्षेत्र से लेकर आते हैं। यहाँ बड़े बड़े उद्योगों में काम करते हैं और यही बस जाते हैं। यदि किराये पर रहते हैं तो उन्हें अपने वेतन का एक बहुत बड़ा हिस्सा किराये में देना पड़ता है। इसी के चलते वो जमीन खरीदकर घर बनाना चाहते हैं। इसी का फायदा भू माफिया उठा लेते हैं। में सस्ती जमीन के चक्कर में फंस जाते है। अब जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यमुना और हिंडन नदी के डूब क्षेत्र में जमीन खरीदना और निर्माण करना कानून फंदे में डाल सकता है। यह चेतावनी उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो कम कीमत पर प्रॉपर्टी खरीदने के लालच में हैं।
डीएम मनीष वर्मा की चेतावनी
जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे डूब क्षेत्र में होने वाले किसी भी अवैध निर्माण पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने कहा, “हम ड्रोन तकनीक से इन क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं। किसी भी अवैध गतिविधि का पता चलते ही तत्काल कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस पहल का मुख्य उद्देश्य भू-माफिया द्वारा चलाए जा रहे अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना है। ये माफिया अक्सर भोले भाले लोगों को सस्ती जमीन का लालच देकर फंसाते हैं, जबकि वास्तव में ये जमीनें नदियों के डूब क्षेत्र में होती हैं, जहां निर्माण प्रतिबंधित है।”
जमीन खरीदने से पहले कर लें ये जांच
प्रशासन की ओर से आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की संदिग्ध प्रॉपर्टी डील की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें। साथ ही, जमीन खरीदने से पहले उसकी वैधता की पूरी जांच करें।
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