Parliament House uproar: वंदे मातरम पर बहस, कांग्रेस ने जिन्ना के आगे घुटना टेका

Parliament House uproar: संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन आज लोकसभा में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर ऐतिहासिक बहस हुई। सुबह 11 बजे शुरू हुई यह चर्चा 10 घंटे तक चली, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत की और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समापन किया। सदन ‘वंदे मातरम’ के नारों से गूंज उठा, लेकिन विपक्ष के तीखे तंजों के कारण बहस में भी तनाव के पल देखने को मिले।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में ‘वंदे मातरम’ को आजादी का मंत्र बताते हुए कहा, “यह हमारी आजादी का मंत्र था, बलिदान का मंत्र था, ऊर्जा का मंत्र था। सात्विकता, समर्पण, त्याग और तपस्या का यह मंत्र संकटों को सहने की ताकत देता है।” उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा, “जब वंदे मातरम के 100 साल पूरे हुए थे, तब संविधान का गला घोंट दिया गया था। जिन्ना के दबाव में कांग्रेस ने घुटने टेक दिए थे।” पीएम ने कहा कि आज नया भारत इस गीत की भावना से प्रेरित होकर विश्व पटल पर मजबूत हो रहा है।

विपक्ष ने भी कोई कसर न छोड़ी। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बहस के दौरान सत्ता पक्ष पर प्रहार किया, “कुछ लोग अंग्रेजों के लिए जासूसी करते थे। आज भी सत्ता के लोग हर चीज को हड़पना चाहते हैं। इंडिगो के हवाई जहाज उड़ नहीं रहे या उड़ाए नहीं जा रहे? गरीबों को वादे तो करते हैं, लेकिन पूरा नहीं करते।” कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने पीएम के भाषण पर तंज कसा, “क्या हम संसद में इतिहास पढ़ने आए हैं? इससे प्रदूषण कम हो जाएगा?” वहीं, विपक्ष के अन्य नेता जैसे गौरव गोगोई ने भी भाग लिया।

संसद भवन के परिसर में भी हलचल रही। बिहार के एनडीए सांसदों ने पीएम मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की, जहां बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की जीत पर बधाई दी गई। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद मुद्दे पर कहा, “यह सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।” इसके अलावा, पीएम मोदी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव के साथ संसद भवन में अहम बैठक की, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर जोरों पर रही।

राज्यसभा में भी सत्र सुचारू चला, लेकिन कुल मिलाकर शीतकालीन सत्र में गतिरोध की आशंका बनी हुई है। कल 9 दिसंबर को लोकसभा में एसआईआर (संभावित रूप से सुरक्षा संबंधी मुद्दे) और चुनाव सुधारों पर चर्चा होगी, जहां विपक्ष नेता राहुल गांधी बोल सकते हैं। संसद भवन के बाहर विपक्षी सांसदों ने वायु प्रदूषण के खिलाफ गैस मास्क पहनकर प्रदर्शन किया, जो सत्र की शुरुआत में हंगामा बढ़ाने का कारण बना।

यह बहस न केवल राष्ट्रगीत के गौरवशाली इतिहास पर केंद्रित रही, बल्कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का भी मैदान बनी। देशभक्ति की यह ध्वनि सदन से निकलकर पूरे राष्ट्र में गूंज रही है।

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