लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी गोटियां बैठाना शुरू कर दिया है। इस क्रम में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अब एनडीए में शामिल हो गए हैं। शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह से उन्होंने दिल्ली में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि राजभर ने योगी कैबिनेट में मंत्री पद, यूपी में 3 लोकसभा सीट और बिहार में 1 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की शर्त रखी है। इनमें घोसी और चंदौली सीटें शामिल हैं। इस मांग पर सहमति बन गई है।
श्री @oprajbhar जी से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूँ।
राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा… pic.twitter.com/uLnbgJedbF
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) July 16, 2023
एनडीए का हिस्सा बनने के बाद राजभर ने आज यानी संडे को ट्वीट करके जानकारी दी। राजभर आज ही सुभासपा कार्यकारिणी बैठक भी करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान उनकी पार्टी सीटों को लेकर नए सिरे से रणनीति तय करेगी।
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ऐसे हुए थे अलग
2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और सुभाषपा का गठबंधन टूट गया था। जिसकी मुख्य वजह यह बताई गई थी कि गाजीपुर सीट से अमित शाह चुनाव लड़ना चाहते थे कि लेकिन राजभर लगातार अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाने की जिद पर अड़े हुए थे। इसके बाद विधानसभा चुनाव 2022 राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मिलकर लड़ा। चुनाव नतीजे आने और यूपी में योगी सरकार दोबारा बनने के बाद राजभर ने अखिलेश से भी किनारा कर लिया। गृहमंत्री अमित शाह से 1 महीने में 2 मुलाकात के बाद उनकी भाजपा का दामन थामने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राजभर के बेटे अरुण राजभर को गाजीपुर से प्रत्याशी बनाए जाने का ऐलान भी किया जा सकता है। गाजीपुर लोकसभा की सीट माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के पास थी। लेकिन गैंगस्टर मामले में 4 साल की सजा के बाद उसकी सांसद चली गई। अब सीट खाली हो गई। जिस पर जल्द ही उपचुनाव की घोषणा होने वाली है।