New Noida यानी दादरी नोएडा गाजियाबाद निवेश क्षेत्र डीएनजीआईआर को मूर्त रूप देने के लिए अब तैयारियां तेजी से शुरू हो चुकी हैं। न्यू नोएडा का मास्टर प्लान विकसित करने के लिए स्कूल ऑफ लर्निंग एंड आर्किटेक्ट को जिम्मेदारी दी गई थी, जिस पर उन्होंने मास्टर प्लान बनाया, लेकिन प्राधिकरण अफसर उससे संतुष्ट नहीं हो पाए। यही कारण है कि अब प्राधिकरण के अफसर खुद ही मास्टर प्लान बनाने में जुट गए हैं। इतना ही नहीं इसके फाइनैंशल मॉडल पर भी प्राधिकरण खुद ही काम कर रहा है। इसके लिए किसी सलाहकार एजेंसी को इस काम में लगाया जा सकता है। न्यू नोएडा का मास्टर प्लान बनाने के लिए पिछले कुछ महीनों से एसपीए तैयारियां कर रहा है। इस एजेंसी के काम से प्राधिकरण जरा भी खुश नहीं है।
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प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने मास्टर प्लान देख कर उस पर कई सवाल उठाएं। इसी वजह से देरी हो रही है। रितु माहेश्वरी का कहना है कि मास्टर प्लान में कई बार संशोधन करने को कहा गया है, लेकिन जिस तरह प्राधिकरण चाहता नहीं हो पा रहा है। इसमें बार-बार गलतियां हो रही है। जिसे ठीक करने के लिए कहा गया है। यही वजह है कि प्राधिकरण के नियोजन विभाग को खुद ही इस मास्टर प्लान में संशोधन करते हुए बेहतर बनाने को निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद न्यू नोएडा के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए प्राधिकरण के नियोजन विभाग के अधिकारी गुजरात जाएंगे।
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ताकि गुजरात मॉडल का अध्ययन करने के बाद वह उसे धरातल पर उतार सकें। इससे पहले चार पांच राज्यों के मॉडल का अध्ययन हो चुका है। जिसमें गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के आवास विकास प्राधिकरण का अध्ययन भी किया जाएगा। दरअसल ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि क्षेत्र बड़ा है और इसमें कोई कमी रही तो न्यू नोएडा का कान्सेपट फेल हो सकता है। प्राधिकरण इसे पूरी तरह विकसित कर रहा है न्यू नोएडा यमुना प्राधिकरण को सीधे टक्कर देगा।