Noida Sector 18: एक समय था जब सेक्टर 18 को वर्ल्ड क्लास मार्केट बनाने के प्रयास हो रहे थे, लेकिन आज ऐसा समय आ गया है जब प्राधिकरण ने खुद ही करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी उस पर पानी फेर रहा है। प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी एक तरफ शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
वही नोएडा का दिल कहे जाने वाले सेक्टर 18 में अतिक्रमण करने वाले गंदगी फैला रहे। जो दुकाने चल रही है उन पर जुर्माना लगा दिया जाता है लेकिन इन अतिक्रमणकारियों पर जुर्माना भी नही लगाया जाता। आज कल सेक्टर 18 में व्यवस्था बिगड़ रही है। खासतौर से प्राधिकरण के द्वारा किराये पर दिये गए क्योस्क हैं। जिनके बाहर गंदगी का अंबार तो लगाता है। साथ ही गाड़ियां भी बेतरतीब रूप से खड़ी हो जाती है। इसी कारण यहां यातायात जाम लग जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि इनकी पर खान-पान का सामान बेचा जाता है और आने वाले लोग वाहनों में बैठकर ही सामान लेते हैं। गाड़ी सड़क पर ही खड़ी कर देते हैं कभी-कभी तो इन गाड़ियों के चक्कर में बहुत लंबा जाम लग जाता है।
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करोड़ों रुपए सौंदर्यकरण के हुए बेकार
Noida Sector 18: नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 18 को बेहतरीन बनाने के लिए करोड़ों रुपए के टेंडर जारी कर यहां सौंदर्यकरण का कार्य कराया, लेकिन अब यह क्योस्क की वजह से ही आतिक्रमण फैलता जा रहा है। विकास कार्य भी अनियोजित तरीके हुआ है। इससे प्राधिकरण को करोड़ों रूपसे का नुकसान हुआ है। जगह-जगह भीड़ लगना और प्राधिकरण ने जो लंदन स्टाइल में फुटपाथ बनवाए थे वह भी सिमट कर रह गए हैं। जरूरत है कि प्राधिकरण ने जो क्योस्क किराये पर दिये है उनके लिए साफ सफाई के नियम निधार्रित करें।