Noida police News: पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व, संवेदनशीलता एवं सतत पर्यवेक्षण में कमिश्नरेट पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों तथा बालिग व्यक्तियों की खोज हेतु निरंतर प्रभावी, त्वरित एवं समन्वित अभियान संचालित किए जा रहे हैं। पुलिस ऐसे परिवार वालों के लिए अवतार बनी है जिनके बच्चे सकुशल पुलिस ने उनके हवाले किये है। गुमशुदा बच्चों एवं व्यक्तियों की खोज को पुलिस कमिश्नरेट ने अत्यधिक संवेदनशील व प्राथमिकता वाले कार्य के रूप में चिन्हित किया है, जिसके परिणामस्वरूप बीते 2 वर्षों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।’
गुमशुदा नाबालिग बच्चे (वर्ष 2024 एवं 2025)
बता दें कि नोएडा कमिश्नरेट क्षेत्र में वर्ष 2024 के दौरान कुल 150 बच्चे (39 नाबालिग बालक व 111 नाबालिग बालिकाएँ) गुमशुदा दर्ज हुए थे। पुलिस टीमों द्वारा चलाए गए तत्काल व सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप इनमें से 36 नाबालिग बालक एवं 103 नाबालिग बालिकाएँ, कुल 139 नाबालिग बच्चे, सकुशल बरामद कर उनके परिजनों के सुपुर्द किए गए। वहीं, वर्ष 2025 में (अक्टूबर तक) कुल 87 नाबालिग बच्चे (18 नाबालिग बालक व 69 नाबालिग बालिकाएँ) गुमशुदा हुए। पुलिस के प्रयासों से 12 नाबालिग बालक एवं 53 नाबालिग बालिकाएँ, कुल 65 नाबालिग बच्चे, सुरक्षित बरामद कर परिजनों को सौंपे गए।
गुमशुदा बालिग व्यक्ति (वर्ष 2024 एवं 2025)
वर्ष 2024 में जनपद में कुल 749 बालिग व्यक्ति (525 महिलाएँ एवं 224 पुरुष) गुमशुदा हुए। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज होते ही तत्काल खोज अभियान प्रारम्भ किया, जिसमें 315 महिलाएँ एवं 172 पुरुष, कुल 487 व्यक्तियों को सकुशल बरामद कर परिजनों से मिलाया गया। इसके अलावा वर्ष 2025 (अक्टूबर तक) में कुल 568 बालिग व्यक्ति (412 महिलाएँ एवं 156 पुरुष) गुमशुदा दर्ज हुए। प्रयासों के फलस्वरूप अब तक 202 महिलाएँ एवं 115 पुरुष, कुल 317 व्यक्ति खोजे जा चुके हैं और परिजनों को सकुशल सौंपे गए हैं।
गुमशुदा प्रकरणों में तत्काल होती है एफआईआर
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा नाबालिग बच्चों व व्यक्तियों की खोज को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए गुमशुदा प्रकरणों में तत्काल रिपोर्ट दर्ज, त्वरित सर्च ऑपरेशन, थाना स्तर पर विशेष टीमों का गठन, सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण एवं मोबाइल सर्विलांस, तथा अंतरराज्यीय समन्वय जैसे बहुपरत प्रयासों को अपनाया। इसके परिणामस्वरूप 02 वर्षों में सैकड़ों गुमशुदा नाबालिग बालक एवं बालिकाएँ, बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं पुरुष, सुरक्षित बरामद कर अपने परिवारों से पुनर्मिलित कराए गए, पुलिस की इस कार्यवाही से अनेक परिवारों में पुनः खुशी के साथ सुरक्षा की भावना स्थापित हुई।
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