Noida News:आम्रपाली बिल्डर के खरीदार हो जाएं सावधान, आरटीई के दाखिलों पर बवाल, क्यो नही कर रहे निजी स्कूल

Noida News: आम्रपाली बिल्डर का नाम जहन में आते ही फ्राॅड दिमाग में घूमने लगता है। अब बिल्डर के अलग-अलग प्रोजेक्ट में कई खामियां सामने आ रही हैं। खासतौर से जो फ्लैट मालिक गायब थे वह फर्जी अलॉटमेंट लेटर लेकर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे बढ़ते मामलों को देखते हुए कोर्ट रिसीवर ने खरीदारों को आगाह किया है। एनबीसीसी ने हाल ही में ऐसे कई मामले पकड़े हैं। आम्रपाली मामले में शुरुआती चरण में दस्तावेज जमा नहीं करने वाले करीब 8000 फ्लैट खरीददारों को चिन्हित किया गया था। कोर्ट रिसीवर ने इन्हें नोटिस भी जारी किए। अभी काफी ऐसे खरीद बचे हैं, जिन्होंने अपने कागजात जमा नहीं कराए हैं। यदि आप आम्रपाली में किसी भी प्रोजेक्ट के फ्लैट बाॅयर हैं तो आप अपने कागजात तैयार कर लीजिए और जमा करा कर उसे पर मालिकाना हक लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। कोर्ट रिसीवर की और से उन लोगों को नोटिस जारी किए गए जिन्होंने भुगतान नहीं किया था। उन्हें पैसा एक समय सीमा के अंदर भुगतान करने के लिए कहा गया।

यह भी पढ़े : Greater Noida: यूपीपीसीएल अफसरों का किसानों को आश्वासन, 21 तक होगा समस्याओं का समाधान

 

जिले के तमाम स्कूलों में आरटीई के तहत दाखिले होने चाहिए मगर छात्र दाखिलों के लिए भटक रहे हैं। काफी स्कूलों में हॉफ ईयरली परीक्षाएं हो चुकी हैं, लेकिन छात्र आज भी स्कूल की सूची में अपना नाम आने का इंतजार कर रहे हैं। काफी ऐसे अभिभावक हैं जो शिकायत कर रहे हैं कि उनके बच्चे का स्कूल की लिस्ट में नाम आया मगर अब तक दाखिला नहीं हो पाया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी कहती है की सूची में नाम आने के बाद जिन बच्चों के दाखिले नहीं हो पाए हैं उनके अभिभावकों से ग्राम पंचायत के तीन से चार स्कूलों के विकल्प मांगे गए हैं। ताकि उनके बच्चों का दाखिला कराया जा सके।
अब चलते हैं नोएडा प्राधिकरण जहां 82 करोड रुपए का मुआवजा बांटने में घोटाला सामने आया है। इस मामले में प्राधिकरण के लीगल एडवाइजर को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल 2015-16 में जो मुआवजा बांटा गया उस प्रक्रिया में कई खामियां मिली थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12 मामलों में भूमि मालिकों को गलत तरीके से मुआवजा बांटा गया है इसे पकड़ लिया है। इसके बाद एफआईआर हुई जिसमें प्राधिकरण के तीन अधिकारियों के अलावा उन लोगों के नाम थे जिन्होंने मुआवजा लिया है। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की प्राधिकरण की ओर से अब तक इस मामले में लीगल एडवाइजर दिनेश कुमार को शासन की ओर से सस्पेंड कर दिया गया जबकि लॉ ऑफीसर वीरेंद्र नगर को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।

यह भी पढ़े : Himachal Pradesh में चार हेलीपोर्ट से शीघ्र आरम्भ होंगी उड़ानें – मुख्यमंत्री

 

अब देखते है कि पुलिास यदि पुलिस सतर्क हो तो कोई भी बड़ी से बड़ी चोरी या बड़ी से बड़ी घटनाओं का खुलासा कर सकती है। थाना फेस टू क्षेत्र से करीब 60 लख रुपए का कपड़ा चोरी करने के मामले में पुलिस ने गार्ड व उसके साथियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। दरअसल सोमवार रात हौजरी काॅम्पलेक्श में बने गोदाम की दीवार बांधकर कुछ बदमाश अंदर घुस गए थे। और 8 टन से अधिक वजन का कपड़ा चोरी कर लें गए। इस मामले में फेस टू पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 24 घंटे के अंदर ही माल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी विध्यांचल तिवारी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीमों का गठन किया और आरोपियों तक जा पहुंची। चोरी गया कपड़ा शत-प्रतिशत बरामद कर लिया है।

यहां से शेयर करें