Noida Fortis Hospital Case। सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट असिस्टेंट के रूप में काम करने वाले युवक की शौचालय में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद के विजय नगर निवासी संजीव कुमार मंगवार सुबह अस्पताल पहुंचा। करीब छह-सात बजे वह शौचालय में गया। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो वहां कर्मचारियों ने किसी तरह दरवाजा खोला। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक संजीव शौचालय में अचेत पड़ा हुआ था। उसे उपचार के लिए ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। परिजनों ने अस्पताल परिसर में काफी देर तक हंगामा किया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की मौत सुबह छह बजे ही हो गई थी। उनको जानकारी सुबह 11 बजे दी गई। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इस तरह से किसी की मौत कैसे हो सकती है। बेटा बिल्कुल स्वस्थ्य था उसे कोई बीमारी तक नहीं थी। ऐसे में शौचालय में बेटे की मौत कैसे हो गई। परिजनों ने बताया कि उनका बेटा करीब आठ साल ये यहां काम कर रहा था। परिजनों की शिकायत पर बेटे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Noida fortis hospital
अस्पताल प्रबंधन ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले में फॉर्टिस अस्पताल प्रबंधन की ओर से बयान जारी किया गया है। प्रबंधन का कहना है कि संजीव एक कंपनी के माध्यम से संविदा कर्मचारी थे। सुबह आठ बजे उनकी ड्यूटी पूरी हो गई थी। प्रॉटोकॉल का पालन करने के लिए शव पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। साथ इसमें जांच एजेंसियों का सहयोग किया जा रहा है। इस कठिन समय में परिवार के सदस्यों के प्रति उनकी गहरी संवेदनाएं हैं।