Noida: यहां आएंगे तो मिलेगा गुर्जर संस्कृति से रूबरू होने का मौका!
यदि आप गुर्जर संस्कृति से रुबरु होना चाहते हैं, और देखना चाहते हैं कि किस तरह से वे खानपान करते हैं और शादियां करते हैं किस तरह से उनकी जीवनशली ह,ै और कैसे उन्होंने अपने आप को समाज में ऊपर बढ़ाया है और राजनीति में उनकी कैसी भूमिका होनी चाहिए और कैसी चल रही है। इस सब को लेकर आगामी 23-24 दिसंबर को सूरजकुंड मेला ग्राउंड में गुर्जर महोत्सव समारोह का आयोजन होने जा रहा है। यह जानकारी गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट के रामकुमार तंवर ने दी। उन्होंने बताया कि यह विशुद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम है जहां कश्मीर से कन्याकुमारी तक समस्त गुर्जर समाज की संस्कृति रहन-सहन खान-पान और विभिन्न गुर्जर समाज के कलाकारों की कलाकृति, लोक गीत, लोक नृत्य, रागनी आदि प्रस्तुत की जाएंगी। उन्होंने बताया कि विरासत स्वतंत्रता, सेनानियों व शहीदों के बारे में भी यहां जानकारी दी जाएगी। इसका संचालन महिलाएं करेंगी। गुर्जर समाज के लोग शामिल होंगे। वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में महेंद्र सिंह राठी ने बताया कि गुर्जर समाज जागरूक हो गया है। लगातार शादियों में होने वाले फिजूल खर्चे भी रोके जा रहे हैं। इतना ही नहीं अब शादियां भी दहेज के बिना ही हो रही है। एक रुपए के लेनदेन पर ही शादी हो जाती है। उन्होंने कहा कि 35 ऐसे परिवारों की शादी एक रुपए में हुई है, जो समाज में रुतबा रखते हैं। हालांकि वैसे तो हजारों साथियों अब तक हो चुकी हैं। जिसमें दहेज लेना और दो देना ही बना कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यह प्रथा पूरी तरह बंद हो जानी चाहिए केवल 1 रूपये पर ही शादी होनी चाहिए महेंद्र राठी ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि जब घर में बेटी पैदा हो तो ढोल नगाड़े बजे।