Noida Flat Buyers news: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फ़्लैट खरीदना एक बड़ा फैसला है और इसे लेते समय कई बातों पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है। यदि कई बातों को दरकिनार किया तो हो सकता है कि अपाकी जीवनभर की कमाई डूब जाए। खासकर आजकल की स्थिति को देखते हुए। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। जिन्हें आपको ज़रूर ध्यान में रखना चाहिए और फिर खरीदने के लिए कदम बढाने चाहिए।
1 बिल्डर की इमेज और प्रोजेक्ट की वैधता
फ़्लैट ख़रीदते समय सबसे पहले बिल्डर की मार्केट में इमेज और उसकी पुरानी परियोजनाओं की जाँच करें। क्या उन्होंने अपने वादे पूरे किए हैं। क्या उनके प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे हुए हैं? इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि प्रोजेक्ट को सभी ज़रूरी सरकारी अनुमतियाँ मिली हुई हैं, जैसे RERA (Real एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी) पंजीकरण, पर्यावरण मंज़ूरी, और स्थानीय प्राधिकरणों से एन.ओ.सी.। RERA वेबसाइट पर बिल्डर और प्रोजेक्ट की जानकारी की जाँच ज़रूर करें।
2. लोकेशन और कनेक्टिविटी
फ़्लैट की लोकेशन आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। देखें कि वह मेट्रो स्टेशन, हाईवे, अस्पताल, स्कूल और बाज़ार जैसी ज़रूरी जगहों से कितनी दूर है। अच्छी कनेक्टिविटी से न सिर्फ़ आपका समय बचेगा, बल्कि भविष्य में फ़्लैट का मूल्य भी बढ़ेगा।
3. निर्माण की गुणवत्ता और डिज़ाइन
फ़्लैट और इमारत के निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता की जाँच करें। बाथरूम और बालकनी जैसी जगहों पर पानी के रिसाव (सीलन) की समस्या अक्सर देखी जाती है, इसलिए इन पर विशेष ध्यान दें। आजकल की भारी बारिश के बाद कई जगहों पर यह समस्या खुलकर सामने आई है। साथ ही, फ़्लैट का डिज़ाइन, वेंटिलेशन और प्राकृतिक रोशनी की व्यवस्था भी देखें।
4. लीगल कागजात की जाँच
फ़्लैट ख़रीदने से पहले सभी कानूनी दस्तावेज़ों की जाँच किसी वकील से ज़रूर कराएँ। इनमें बिल्डर-खरीदार समझौता, विक्रय विलेख (Sale Deed), और संपत्ति कर की रसीदें शामिल हैं। सुनिश्चित करें कि संपत्ति पर कोई कानूनी विवाद या कर्ज तो नहीं है।
5. सुविधाओं और मेंटेनेंस शुल्क पर ध्यान
पूल, जिम, पार्क और सुरक्षा जैसी सुविधाएँ महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यह भी पता करें कि इनके लिए मासिक मेंटेनेंस शुल्क कितना है। कई बार ये शुल्क काफी ज़्यादा होते हैं, जो आपके बजट पर असर डाल सकते हैं।
आजकल बारिश हो रही है जिसके चलते कई बिल्डरों के बेसमैंट में पानी भरने की शिकायते आम हो चली है।
भारी बारिश और बेसमेंट में भरता पानी: एक नई चुनौती
हाल ही में हुई भारी बारिश ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक नई और गंभीर समस्या को उजागर किया है: कई सोसाइटियों के बेसमेंट में पानी का भरना। यह समस्या न सिर्फ़ निवासियों के लिए असुविधाजनक है, बल्कि इससे कई गंभीर ख़तरे भी पैदा होते हैं:
- गाड़ियों का नुक़सान: बेसमेंट में खड़ी गाड़ियाँ पानी में डूब जाती हैं, जिससे उनके इंजन और इलेक्ट्रिकल सिस्टम को भारी नुक़सान होता है।
- संरचनात्मक क्षति: लगातार पानी के जमाव से बिल्डिंग की नींव कमज़ोर हो सकती है, जिससे उसकी संरचनात्मक सुरक्षा को ख़तरा पहुँचता है।
- बिजली का ख़तरा: बेसमेंट में रखे बिजली के पैनल और स्विचबोर्ड पानी में डूबने से शॉर्ट सर्किट और बिजली के झटके का ख़तरा बढ़ जाता है।
- स्वच्छता और स्वास्थ्य: जमा हुआ पानी मच्छर और अन्य कीटाणुओं के पनपने का कारण बनता है, जिससे बीमारियाँ फैलने का ख़तरा रहता है।
इसका क्या उपाय है?
फ़्लैट ख़रीदते समय बिल्डर से इस बारे में स्पष्ट सवाल पूछें।
- पता करें कि क्या सोसाइटी में पानी को बाहर निकालने के लिए मजबूत जल निकासी प्रणाली और पंपिंग स्टेशन हैं।
- पुराने निवासियों से बात करके जानें कि क्या उन्होंने पहले भी ऐसी समस्याओं का सामना किया है।
- बिल्डर से यह भी सुनिश्चित करें कि बेसमेंट की डिज़ाइन ऐसी है कि पानी वहाँ जमा न हो।
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