Noida Airport: नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमानों की उड़ान पर मंगलवार को फैसला हो सकता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को अध्यक्षता में प्रस्तावित बैठक में वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने से पहले उड़ान अनुसूची निर्धारित करने और जरूरी अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करने को समय सीमा निर्धारित की जाएगी। मार्च 2025 में एयरपोर्ट के संचालन शुरू होने की उम्मीदों को लेकर नागरिक उड्डयन अपनी तैयारियों को अंतिम महानिदेशा अपनी यमुना प्राधिकरण में मंगलवार की बैठक में तय होगा कि एयरपोर्ट से पहले दिन कितनी फ्लाइट उड़ान भरेगी और पहली फ्लाइट कहां के लिए होगी।
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हालांकि संभावना है कि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट’ सिंगापुर और दुबई के लिए उड़ान भर सकती है। दरअसल, एयरपोर्ट के संचालन में डीजीसीए की एनओसी की भूमिका होती हैं, बिना एनओसी के रनवे पर विमान उड़ाया ही नहीं जा सकता है। खास यह है कि लाइसेंस के लिए डीजीसीए में तभी आवेदन किया जा सकता है जब एयरपोर्ट के संचालन से संबंधित सभी तैयारियां पूरी हों। मंगलवार की सुबह 11 बजे यमुना प्राधिकरण के बोर्ड रूम में होने वाली बैठक में यापल एयरपोर्ट से संबंधित अपनी तैयारियों के बारे में बताएगी और फ्लाइटों के शेड्यूल समेत विभिन्न लाइसेंस के आवेदन की डेडलाइन निर्धारित की जाएगी।
अप्रैल 2025 में यात्री सेवाओं का हो सकता है संचालन
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में यह पहली बोर्ड बैठक थी। इस बैठक में कंपनी की बैलेंस शीट स्वीकृति के लिए रखी गई। एयरपोर्ट की निर्माण प्रगति से बोर्ड को अवगत कराया गया। नोएडा एयरपोर्ट (Noida Airport) से अप्रैल 2025 में यात्री सेवाओं का संचालन शुरू हो जाएगा।
जरूरी दस्तावेज आदि को लेकर चर्चा
एयरपोर्ट के ट्रायल एवं लाइसेंस के लिए दिसंबर तक आवेदन किया जाएगा। एयरपोर्ट के शेष निर्माण कार्य, विभिन्न विभागों से अनापत्ति के लिए आवेदन और स्वीकृति मिलने की समय सारिणी तय होगी। इसमें विभागों की ओर से आवेदन एवं अनापत्ति के लिए मांगे जाने वाले जरूरी दस्तावेज आदि को लेकर चर्चा होगी। ताकि तय समय में अनापत्ति जारी हो सके और एयरपोर्ट का संचालन समय से शुरू हो जाए। इसके साथ ही एयरपोर्ट से पहली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट व घरेलू सेवाओं के गंतव्य व उनकी संख्या भी तय होगी।