चर्चित निठारी कांड (Nithari Case) के केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आते ही आज एक बेबस पिता पूरी तरह टूट गया। आरोपी सुरेंद्र कोली को दोषमुक्त कर देने की खबर के बाद उसने खूनी कोठी पर ईटें बरसानी शुरू कर दी। पीड़ित पिता रामकिशन ने निठारी डी-5 कोठी पर पहुंचकर ईटें बरसाई।
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बता दें कि निठारी कांड (Nithari Case) मामले में सुनवाई के बाद पीड़ित पिता रामकिशन ने निठारी डी-5 कोठी पर पहुंचकर पत्थर बरसाए। उसका 3 बच्चा हर्ष गायब हुआ था। कोर्ट के निर्णय के बाद पिता काफी दुखी है। कई दिनों तक चली बहस के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था। सोमवार को हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को दोषमुक्त कर दिया। निचली अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। कोठी क्-5 के मालिक मनिंदर सिंह पंढेर को भी कोर्ट ने बरी कर दिया है। न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति एसएएच रिजवी की अदालत ने यह फैसला सुनाया। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निठारी कांड के आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर व सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा के खिलाफ अपीलों पर दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था। फांसी की सजा के खिलाफ दोनों हाईकोर्ट में अपील दायर की है। विभिन्न खंडपीठों ने 134 दिन की लंबी सुनवाई की। कोली पर आरोप है कि वह पंढेर कोठी का केयरटेकर था और लड़कियों को लालच देकर कोठी में लाता था। निठारी गांव की दर्जनों लड़कियों गायब हो गईं। वह उनसे दुष्कर्म कर हत्या कर देता था। लाश के टुकड़े कर बाहर फेंक आता था।
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निठारी कांड के अन्य मामलों का खुलासा होने पर इस मामले को भी सीबीआई ने 11 जनवरी को अपने हाथ में ले लिया था। सीबीआई ने 26 जुलाई 2007 को अदालत में चार्जशीट पेश की थी। मामले में सीबीआई कोर्ट में 305 दिन सुनवाई हुई। इस बीच अभियोजन पक्ष ने कुल 38 गवाह पेश किए गए थे।