New Delhi News: सीबीएसई ने स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ बनाने की गाइडलाइन जारी, मधुमेह, मोटापा, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी प्रदर्शित

New Delhi News: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों को ‘शुगर बोर्ड’ स्थापित करने की गाइडलाइन जारी किया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तेल और चीनी के अत्यधिक उपयोग से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना एक मात्र लक्ष्य है।

सीबीएसई के इस निर्देश के तहत, स्कूलों को अपने परिसर में ‘शुगर बोर्ड’ स्थापित करना होगा, जहां तेल और चीनी के अत्यधिक सेवन से होने वाली बीमारियों जैसे मधुमेह, मोटापा, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि वे इस बोर्ड को आकर्षक और सूचनात्मक बनाने के लिए रंगीन चार्ट, पोस्टर और इन्फोग्राफिक्स का उपयोग करें, जिससे छात्रो को आसानी से समझ में आ सकें।

सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “आजकल बच्चों में फास्ट फूड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ रहा है, जिसमें तेल और चीनी की मात्रा अधिक होती है। ‘शुगर बोर्ड’ के माध्यम से हम छात्रों और अभिभावकों को स्वस्थ खान-पान की आदतों के महत्व के बारे में जागरूक करना चाहते हैं।”

इसके अतिरिक्त, स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समय-समय पर पोषण विशेषज्ञों और डॉक्टरों के साथ कार्यशालाएं आयोजित करें, जिसमें छात्रों को संतुलित आहार और नियमित व्यायाम की आवश्यकता के बारे में बताया जाए। स्कूलों को अपने कैंटीन मेन्यू में भी स्वस्थ विकल्प शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

शिक्षा विशेषज्ञों और अभिभावकों ने इस कदम का स्वागत किया है। दिल्ली के एक स्कूल की प्रिंसिपल रमा शर्मा ने कहा, “यह एक सराहनीय पहल है। बच्चों को छोटी उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जागरूक करना भविष्य में उनकी सेहत के लिए लाभकारी होगा।”

सीबीएसई ने स्कूलों को इस गाइडलाइन को तुरंत लागू करने और अगले तीन महीनों के भीतर ‘शुगर बोर्ड’ स्थापित करने की प्रगति रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।

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