New Delhi News: भारत में महंगाई के मोर्चे पर आम जनता के लिए राहत भरी खबर नज़र आ रही है। जून 2025 में रिटेल और थोक महंगाई दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित रिटेल महंगाई दर जून में घटकर 2.10% पर आ गई, जो जनवरी 2019 के बाद सबसे निचला स्तर है। वहीं, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर 21 महीनों बाद नकारात्मक क्षेत्र में पहुंचकर -0.13% हो गई है। यह अक्टूबर 2023 के बाद पहली बार है जब थोक महंगाई नकारात्मक हुई है।
जून 2025 में रिटेल महंगाई दर 2.82% (मई 2025) से घटकर 2.10% पर आ गई। इस गिरावट का प्रमुख कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी और अनुकूल आधार प्रभाव (Base Effect) रहा है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य महंगाई दर मई के 0.99% से घटकर जून में -1.06% हो गई। विशेष रूप से सब्जियों, दालों, मांस, मछली, अनाज, चीनी, दूध और मसालों की कीमतों में कमी देखी गई। ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर -0.92% और शहरी क्षेत्रों में -1.22% रही, जो दर्शाता है कि शहरी उपभोक्ताओं को अधिक राहत मिली है।
इसके अलावा, सरकारी नीतियों और बेहतर आपूर्ति प्रबंधन ने भी महंगाई को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई अनुमान को 4% से घटाकर 3.7% कर दिया।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि महंगाई में यह गिरावट भारत की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है। कोटक महिंद्रा बैंक की चीफ इकोनॉमिस्ट उपासना भारद्वाज ने कहा कि खाद्य कीमतों में नरमी और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार ने इस राहत को संभव बनाया है। हालांकि, कोर महंगाई (खाद्य और ईंधन को छोड़कर) में हल्की वृद्धि देखी गई है।
आईसीआरए की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर ने बताया कि यदि महंगाई दर इस स्तर पर स्थिर रहती है, तो आरबीआई अगस्त 2025 की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कटौती पर विचार कर सकता है। जून में आरबीआई ने रेपो दर को 5.5% तक कम किया था।
महंगाई दर में कमी का सीधा लाभ आम जनता को मिल रहा है। खाने-पीने की चीजें, विशेष रूप से सब्जियां और दालें, सस्ती होने से घरेलू बजट पर दबाव कम हुआ है। थोक महंगाई के नकारात्मक क्षेत्र में जाने से आने वाले समय में रिटेल कीमतों में और कमी की संभावना है, क्योंकि थोक कीमतें खुदरा कीमतों को प्रभावित करती हैं।
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