-
कॉरिडोर के भूमिगत सेक्शन में यात्रियों के लिए भरोसेमंद मोबाइल नेटवर्क सुनिश्चित करेगा एनसीआरटीसी
दिल्ली/गाजियाबाद | NCRTC RRTS Corridor: रैपिडएक्स ट्रेन सेवा के यात्रियों के लिए दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के भूमिगत खंड में शेयर्ड मोबाइल कवरेज प्रदान करने के लिए इन-बिल्डिंग सॉल्यूशंस (आईबीएस) के लिए लाइसेंसिंग स्पेस प्रदान करना शामिल है। 82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS Corridor) में दिल्ली और मेरठ में लगभग 12 किमी का सेक्शन भूमिगत है, जिसमें 5 किमी का हिस्सा दिल्ली में है। इसके अंतर्गत आनंद विहार का भूमिगत स्टेशन शामिल है। वहीं मेरठ में लगभग 7 किमी का सेक्शन भूमिगत है, जिसमें मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल तीन भूमिगत स्टेशन शामिल हैं।
NCRTC:
इस व्यवस्था के जरिए मोबाइल सर्विस ऑपरेटर अपने उपभोक्ताओं को आसानी से एवं कुशलतापूर्वक सेवाएँ मुहैया करवा सकेंगे। यह न्यूट्रल होस्ट प्रदाता जीएसएम, यूएमटीएस, एलटीई और 5G प्रौद्योगिकियों सहित विभिन्न प्रकार की तकनीकों के लिए विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों को शेयर्ड सोल्यूशंस प्रदान करेगा। इस पहल के साथ एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि भूमिगत स्टेशनों और उन्हें जोड़ने वाली टनलों में यात्रियों को विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों से निर्बाध मोबाइल सेवाएं प्रदान की जा सकें।
यह भी पढ़ें:- G20 Summit 2023: भारत ने सौंपी ब्राजील को जी20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी
मौजूदा जन शहरी परिवहन प्रणालियों में अक्सर यह देखा गया है कि यात्रियों को भूमिगत सेक्शन में खराब नेटवर्क या बिल्कुल मोबाइल नेटवर्क न होने जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि एलिवेटेड सेक्शन्स में ऐसी कोई समस्या नहीं होती, क्योंकि यहाँ स्थापित टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा कवरेज सुनिश्चित की जाती है। जिसके द्वारा दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की व्यावसायिक क्षमता का समुचित उपयोग किया जा सकेगा जो परियोजना की ससटेनिबिलिटी में सहायक होगा।
Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS Corridor: