National Doctors Day 2024: मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं डॉक्टर्स, 46% को हिंसा का डर
National Doctors Day 2024: हमें बीमारियों से बचाकर ठीक करने वाले डॉक्टरों के सम्मान में आज डॉक्टर्स डे (Doctors Day 2024) मनाया जा रहा है. कुछ लोग उन्हें भगवान तो कुछ लोग सुपरहीरो मानते हैं. किसी भी बीमारी या महामारी में डॉक्टर्स ही हमें मजबूती देते हैं जो ढाल बनकर गंभीर से गंभीर बीमारियों से हमें बचाते हैं. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि हम सभी को ठीक करने वाले डॉक्टर आखिर खुद कितने हेल्दी हैं, क्या उन्हें कोई प्रॉब्लम्स नहीं होती हैं. वे आखिर किन दिक्कतों के बीच हमारा इलाज करते हैं.
National Doctors Day 2024:
डॉक्टर्स के प्रति रहें संवेदनशील
डॉ. वसीम गौहरी (मधुमेह रोग विशेषज्ञ) बताते हैं, डॉक्टरों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जनता को बताने, उनके अथक प्रयासों की सराहना करने और बेहतर संसाधनों और काम करने की अनुकूल स्थितियां सुनिश्चित करना जरूरी है। भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए दिग्गज दूरदर्शी नेता हैं जिनके अग्रणी प्रयासों ने देशभर में चिकित्सा पद्धति, लोगों तक इसकी पहुंच और देखभाल को उन्नत किया है। हालांकि इन सबके बीच डॉक्टर्स के साथ अक्सर होने वाली मारपीट-दुर्व्यवहार की घटनाओं को रोकने, उनके व्यक्तिगत जीवन को स्पेस देने और डॉक्टर्स के शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशीलता बरतने की जरूरत है।
National Doctors Day 2024:
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं डॉक्टर
साल 2023 में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक सर्वे में बताया गया है कि हमलों और आपराधिक मुकदमे का डर, नींद की कमी तनाव, सामाजिक परिवेश, रूढ़िवादिता के चलते देश में डॉक्टरों का एक बड़ा तबका मानसिक रोगों का शिकार है। सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक देश में 82.7% डॉक्टर अपने पेशे में तनाव महसूस करते हैं।
अलग-अलग विभाग से जुड़े देशभर के 1,681 डॉक्टरों पर किए गए इस सर्वेक्षण में शामिल 46.3% डॉक्टरों ने हिंसा के डर को तनाव का मुख्य कारण बताया, वहीं 13.7 फीसदी ने बताया कि उनपर आपराधिक मुकदमा चलाने की आशंका थी। अपने मरीजों को हर रात 6-8 घंटे की नींद पूरी करने की सलाह देने वाले डॉक्टर्स खुद कई कारणों से नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
काम के दबाव के चलते स्वस्थ आहार तो दूर कइयों को तो दिन का भोजन भी सही से नहीं मिल पाता।
नींद पूरी नहीं कर पाते हैं डॉक्टर्स
अलग-अलग डिपार्टमेंट्स से जुड़े देशभर के 1,681 डॉक्टरों पर हुए इस सर्वे के मुताबिक, 46.3% डॉक्टरों ने हिंसा के डर को तनाव माना है, जबकि 13.7 परसेंट को लगता है कि उन्हें तनाव आपराधिक मुकदमा चलाने की वजह से है. खुद मरीजों को रोजाना 6-8 घंटे की नींद पूरी करने की सलाह देने वाले डॉक्टर खुद कई वजहों से नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. काम के दबाव या अन्य कारणों से उनका खानपान भी सही नहीं हो पाता है.
दबाव में हैं बड़ी संख्या में डॉक्टर्स
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉक्टरों को लेकर कई चीजें बदलने की जरूरत है. बहुत से लोग डॉक्टरों को भगवान मानते हैं. वे सोचते हैं कि डॉक्टर सबकुछ गए हैं. इलाज करवाने आए हैं तो सब सही ही हो जाएगा, ज्यादा पैसा खर्च करने का मतलब मरीज ठीक ही हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं है.
डॉक्टर्स न भगवान हैं और ना ही सुपरहीरो. वे सिर्फ अपना बेस्ट दे सकते हैं. कई लोगों के लिए तो डॉक्टर्स सबसे सॉफ्ट टारगेट भी हैं, वे किसी डॉक्टर को मार देते हैं या धमकी दे-देकर उन्हें सुसाइड करने पर मजबूर कर देते हैं. ऐसे में समझने की जरूरत है कि डॉक्टर भगवान नहीं हैं.
डॉक्टर्स की चुनौतियां National Doctors Day 2024:
डॉक्टरों को उनके काम की तारीफ बहुत कम ही मिल पाती हैं.
इलाज के लिए बेहतर रिसोर्सेज और काम के लिए सही कंजीशन जरूरी
डॉक्टर्स के साथ होने वाली मारपीट या दुर्व्यवहार रोकने की जरूरत है.
डॉक्टर्स की लाइफ को भी स्पेस देने की जरूरत
डॉक्टर्स के शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशील होने की जरूरत.