नैनीताल बैक का 16.95 करोड मामलाः सीए ने ऐसे रचा पूरा षडयंत्र और हैक कर लिया बैंक का सर्वर, ऐसे दबोचा साइबर पुलिस ने
नैनीताल बैंक का सर्वर हैक कर 16 95 करोड रुपए निकालने के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। आज थाना साइबर क्राइम पुलिस ने लाल कुआं से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एसीपी विवेक रंजन ने बताया कि बैंक की और से दिनांक 10-07-2024 को मुकदमा कराया गया था। जिसमें उनके द्वारा शिकायत दर्ज करायी गयी कि किसी अज्ञात द्वारा सेक्टर 62 स्थित रीजनल कार्यालय के सर्वर को हैक करके नैनीताल बैक के पूल एकाउन्टस से 16 करोड 95 लाख रुपये विभिन्न बैक खातों में स्थानान्तरित की गयी है। पुलिस ने विवेचना के दौरान तकनीकी व दस्तावेजी साक्ष्यो के आधार पर धारा 66 आईटी एक्ट के साथ कई अन्य धाराएं बढाई।उसके बाद अभियुक्त का नाम प्रकाश में आया।
पुलिस ने बताया कि कैसे करते थे अपराध
पकड़े गए हर्ष उपरोक्त ने पूछने पर बताया कि सुभम बंसल उसका बडा भाई है और वह सीए है जिसका कार्यालय बी सुभम एण्ड एसोशिएट के नाम से लोहा मण्डी गाजियावाद में है। संजय कुमार जो कि मेरा दोस्त है। हम लोगों को रुपयों की जरूरत थी तो मैने तथा मेरे भाई सुभम बंसल ने अपने अन्य साथियो के साथ यह प्लान बनाया कि कुछ फर्जी फर्म खोलकर उनके नाम से करंट एकाउंट खुलवाकर नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक कराकर उनमें पैसा ट्रान्सफर कराना है, जिनको अन्य खातो में ट्रान्सफर कराकर हम प्राप्त कर लेगें तथा इसमें सभी शामिल लोगो को उनका हिस्सा प्राप्त होगा तथा मेरे भाई सुभम बंसल जो सीए के काम करते है और इन कामो में बहुत निपुण है, पर विश्वास करके हमने ये काम किया है। , मेरे भाई सुभम बंसल ने Satyaraj Contractors के खाता सं0 -80001112298 में दिनांक 19.06.24 रूपये 99,80,500 /- ट्रान्सफर करवाये थे जिनको अन्य खातो में ट्रान्सफर कराकर मुझे कमीशन के रूप में रूपये करीब 6 लाख रूपये प्राप्त हुए थे जो मैने अपने कर्जे को खत्म करने के लिए खर्च कर लिये है। कार्यवाही के दौरान अभियुक्त सुभम बसंल के कार्यालय बी सुभम एंड एशोशिएट लोहा मंडी गाजियाबाद को सील किया गया है। इस प्रकरण में विभिन्न खातों में लगभग 02 करोड 8 हजार रुपये फ्रीज कराये गये है। अन्य अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
ये है गिरफ्तार करने वाली टीम
01-निरीक्षक सुबोध कुमार तोमर
02- निरीक्षक विनोद कुमार यादव
03-एसआई सचिन धामा
04-एसआई अजीत सक्सेना
05- अरिहंत जैन
06- अनुज धामा
07- धर्मदास तोमर