आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान से मुस्लिम धर्मगुरु सहमत, सपा सांसद इकरा हसन बोली, मैं भी रखती हू इत्तेफ़ाक

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की चैतरफा तारीफ हो रही है। मुस्लिम धर्म गुरू भी उनके बयान से सहमत है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए देश में सद्भावना की वकालत की और मंदिर-मस्जिद को लेकर शुरू हुए नए विवादों पर नाराजगी जाहिर की थी। इस बयान का मतलब सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश में संभल और राजस्थान में अजमेर शरीफ में मंदिर होने के दावे जैसे विवाद अचानक बढने से लिया जा रहा है। मोहन भागवत जो कह रहे हैं उससे इनकार नहीं किया जा सकता। शायद यही कारण है कि विपक्ष के कुछ नेताओं ने आगे बढ़कर उनकी बात का समर्थन भी किया है। सपा सांसद इकरा हसन ने कहा कि वे भागवत जी के बयान से पूरा इत्तेफ़ाक रखती है। उन्होंने कहा कि देर आए दुरूस्त आए।

 

कई शहरों में उठ रहे हैं मंदिर मस्जिद विवाद

बता दें कि अयोध्या में मंदिर बनने के बाद देश भर के अलग अलग शहरों से ऐसा खबरें आ रही हैं कि यहां मस्जिद के नीचे मंदिर कभी रहा है। हर शहर की तासीर अलग अलग है। कई शहरों में स्थानीय नेतृत्व उभर रहा है। उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी कई जगह मंदिर-मस्जिद विवाद कोर्ट में हैं, और न्यायालयीन कार्यवाही बहुत आगे तक पहुंच गई है। ये सभी मामले अलग अलग व्यक्ति और संगठन लड़ रहे हैं। कई जगहों पर स्थानीय जनभावना भी इससे जुड़ी हुई है।

देश नही चाहता मंदिर मस्जिद विवाद
दरअसल मोहन भागवत की शांति की बात कर रहे हैं। यह जरूरी भी है कि देश एक बार फिर मंदिर मस्जिद का विवाद नहीं चाहता है। देश को 1947 तक अगर विकसित देश बनाना है तो देश की 25 परसेंट आबादी से विवाद करके लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता।

 

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