नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने महर्षि वाल्मीकि जयंती की शहरवासियों को दी बधाई

Ghaziabad news   नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि के आदर्श आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक हैं। हमें उनके बताए मार्ग सत्य, धर्म और कर्म पर चलते हुए समाज में समानता और सद्भाव स्थापित करना चाहिए। महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर हम सभी को उनके आदर्शों को अपनाकर समाज में समानता, सद्भाव और नैतिक मूल्यों को स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए। महर्षि वाल्मीकि ने अपने जीवन में दिखाया कि व्यक्ति अपने कर्म और आत्मविश्वास से किसी भी स्थिति को बदल सकता है। उनके बताए मार्ग सत्य, धर्म और कर्म हमारे समाज के लिए आज भी मार्गदर्शक हैं।
उन्होंने कहा कि हम युवाओं को विशेष रूप से प्रेरित करना चाहते हैं कि वे महर्षि वाल्मीकि के आदर्शों का अनुसरण करें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अपनी भूमिका निभाएं। यह हमारा प्रयास है कि उनके शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाया जाए और शहर में सांस्कृतिक और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा मिले।
नगर आयुक्त ने उपस्थित जनों से अपील की कि वे महर्षि वाल्मीकि के आदर्शों को अपनाएं और युवा पीढ़ी को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने अपने जीवन में सत्य और नैतिकता के मार्ग पर चलकर समाज और राष्ट्र के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने भव्य शोभायात्रा के लिए आयोजकों को शुभकामनाएं दी और यह आश्वासन भी दिया कि नगर निगम हर स्तर पर सहयोग करेगा।
वाल्मीकि का जीवन हर वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत:अग्रवाल
पूर्व सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जीवन को हर वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि केवल रामायण के रचयिता नहीं, बल्कि समाज को समानता, न्याय और कर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने वाले युगद्रष्टा हैं।
नगर ने स्वास्थ्य शिविर और महिला सशक्तिकरण अभियान चलाया
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शहर के विभिन्न स्थानों पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में लगभग 125 महिलाओं ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया और आवश्यकतानुसार दवाइयां भी वितरित की गईं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य और जागरूकता को प्रमुखता देते हुए उपस्थित नागरिकों को जीवनशैली सुधार, पोषण और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
वाल्मीकि जयंती सामाजिक चेतना और सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक
महर्षि वाल्मीकि जयंती का यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करता है, बल्कि सामाजिक चेतना और सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक भी बनता है।
नगर आयुक्त ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि के आदर्श सत्य, कर्मठता, सामाजिक समरसता और नैतिक मूल्यों का संदेश आज भी युवा और समाज के हर वर्ग के लिए मार्गदर्शन का कार्य कर रहे हैं। इस अवसर ने गाजियाबाद में श्रद्धा, संस्कृति और सामाजिक चेतना को एकजुट रूप से उजागर किया।

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