मुंबई में गणेश चतुर्थी की धूम, लालबागचा राजा के दर्शन के लिए उमड़े भक्त

Mumbai/Maharashtra News: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पूरे देश में गणेश चतुर्थी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा पंडाल में भगवान गणेश के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।इस बार लालबागचा राजा का मनमोहक रूप, जिसमें उनके हाथ में चक्र, सिर पर आकर्षक मुकुट और बैंगनी रंग की धोती है, भक्तों को भाव-विभोर कर रहा है। पंडाल में ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है।

श्रद्धालुओं के विचार और भक्ति का उत्साह
लालबागचा राजा के दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु ने अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा, “हम पिछले 10-12 साल से लगातार यहाँ आ रहे हैं। हर साल बप्पा के दर्शन से मन को सुकून मिलता है। हम सभी के लिए सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करते हैं।” एक अन्य भक्त ने कहा, “लालबागचा राजा का आशीर्वाद हमारे लिए बहुत खास है। यहाँ का माहौल इतना भक्तिमय है कि मन अपने आप बप्पा के चरणों में झुक जाता है।”

नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की प्रतिक्रियाएँ
गणेश चतुर्थी के इस पावन अवसर पर कई राजनेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी शुभकामनाएँ दीं और लालबागचा राजा के दर्शन किए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “गणेश चतुर्थी का यह पर्व महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है। इस बार सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, ताकि उत्सव शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित हो।”
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने संदेश में कहा, “लालबागचा राजा का आशीर्वाद हर साल लाखों भक्तों को एकजुट करता है। यह पर्व सामाजिक सद्भाव और एकता का संदेश देता है। मैं सभी को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।”
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने भी लालबाग के राजा के दर्शन किए और कहा, “गणपति बप्पा सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं। यह उत्सव हमें एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियाँ बाँटने की प्रेरणा देता है।”
बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने अपने सोशल मीडिया पर लालबागचा राजा की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “गणपति बप्पा का यह पर्व भक्ति और उमंग का संगम है। उनके आशीर्वाद से हर कार्य में सफलता मिलती है। सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ!” उनकी यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

राजनीतिक रंग में रंगा गणेशोत्सव
इस बार गणेशोत्सव में धार्मिक उत्साह के साथ-साथ राजनीतिक रंग भी देखने को मिल रहा है। आगामी बीएमसी और अन्य निकाय चुनावों को देखते हुए कई राजनीतिक दल गणेश मंडलों के साथ जुड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। लालबाग के राजा, चिंतामणि और गणेश गल्ली जैसे प्रमुख मंडलों में नेताओं की भारी भीड़ देखी गई। राजनीतिक दलों के बैनर-पोस्टर पंडालों के आसपास लगे हुए हैं, जो इस पर्व को चुनावी रंग दे रहे हैं।

लालबागचा राजा
1934 में स्थापित लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल हर साल भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। इस साल पंडाल को जामनगर के वनतारा और तिरुपति बालाजी मंदिर की थीम से सजाया गया है, जो भक्तों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहा है। हर साल यहाँ लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं, और यह मंडल सबसे अधिक चढ़ावे के लिए भी जाना जाता है, जिसका उपयोग विभिन्न चैरिटी कार्यों के लिए किया जाता है।

10 दिनों का भव्य उत्सव
गणेश चतुर्थी का यह उत्सव 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर 2025 को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगा। इन 10 दिनों में भक्त अपने घरों और पंडालों में भगवान गणेश की मूर्तियों की पूजा-अर्चना करेंगे, भजन-कीर्तन करेंगे और मोदक व लड्डू जैसे प्रिय भोग अर्पित करेंगे। अनंत चतुर्दशी के दिन मुंबई की सड़कों पर गणपति बप्पा के जुलूस और ‘गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया’ के नारे से गूँज उठेंगे, जब भक्त अपनी प्रिय मूर्तियों को अरब सागर में विसर्जित करेंगे।
गणेश चतुर्थी का यह पर्व न केवल धार्मिक उत्साह का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूत करता है। मुंबई में लालबागचा राजा के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ और नेताओं-गणमान्य व्यक्तियों की शुभकामनाएँ इस उत्सव की भव्यता को और बढ़ा रही हैं।

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