लोगों को आरओ का पानी इस्तेमाल करने के लिए करें प्रेरित: केजरीवाल
1 min read

लोगों को आरओ का पानी इस्तेमाल करने के लिए करें प्रेरित: केजरीवाल

नई दिल्ली । दिल्ली के  सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने डीजेबी के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान केजरीवाल ने डीजेबी के अधिकारियों को गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान निकालने और दिल्ली में पानी की जरूरतों को पूरा करने को लेकर कड़े निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि दिल्ली के जिन चुनिंदा जगहों पर गंदे पानी की समस्या है, उसके मूल कारणों की पहचान कर उनका स्थाई समाधान किया जाए।
उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड से इस पर एक डिटेल प्लान भी तैयार करने का निर्देश दिया है। जहां पाईप बदलने की जरूरत है, उसे तत्काल बदला जाए। केजरीवाल ने कहा आगे कहा कि चिंहित 20 जेजे कालोनियों में आरओ प्लांट लगाने का काम जल्द शुरू किया जाए और लोगों को इसका पानी इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित भी करें। समीक्षा बैठक मे जल मंत्री सौरभ भारद्वाज, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती और डीजेबी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

यह भी पढ़े : गाजियाबाद: 30 साल पुराने अवैध अतिक्रमण पर चला महापौर का हंटर

खराब फ्लोमीटर को ठीक कर दोबारा चालू करने के निर्देश
प्राइमरी और सेकेंडरी यूजीआर पर फ्लोमीटर लगाए जा रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने काम नहीं कर रहे फ्लोमीटर को ठीक कर दोबारा सुचारू रूप से चालू करने का निर्देश दिया है। केजरीवाल ने कहा कि फ्लोमीटर लगाने के काम में तेजी लाई जाए। सभी प्राइमरी यूजीआर पर फ्लोमीटर अवश्य लगाया जाए और यह काम जल्द पूरा कर लिया जाए। इसके बाद सेकेंडरी यूजीआर पर फ्लोमीटर लगाने का काम शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी टैपिंग, इनपुट और आउटपुट पर फ्लोमीटर लगाया जाए। इस काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि सभी 2700 फ्लोमीटर की अपडेट मोबाइल पर मिलनी चालू हो जाए।

 

1428 ट्यूबवेल्स लगाने का काम छह माह में पूरा करें
बैठक में डीजेबी ने ट्यूबवेल्स लगाने को लेकर चिंहित की गई जमीन की रिपोर्ट पेश की। इसके अनुसार, दिल्ली की 12 विधानसभा क्षेत्रों में ट्यूबवेल्स लगाने के लिए डीजेबी ने 1075 स्थान चिंहित किया है, जहां करीब 1428 ट्यूबवेल्स लगाए जाएंगे। जबकि 4200 ट्यूबवेल्स पहले से लगे हुए हैं। डीजेबी ने इसके लिए जमीन प्राप्त करने के लिए संबंधित विभाग से अनुरोध किया है और उम्मीद है कि जल्द ही जमीन की एनओसी मिल जाएगी।

यहां से शेयर करें