लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सरकार बनाने के लिए गठजोड़ शुरू हो गया है। एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी चुन लिए गए हैं। विपक्ष यानी इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का दावा फ़िलहाल तो कर नहीं रहा, लेकिन सबकी निगाहें उनकी स्ट्रैटिजी पर टिकी है। इस सबके बीच अब चर्चाएं होने लगी कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे तो उत्तर प्रदेश से सीएम योगी आदित्यनाथ की विदाई हो सकती है। अब वो कैसे होगा ये तो वक्त बताएगा लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान जेल से छूटकर आए।
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अरविन्द केजरीवाल जनता के सामने यही बात रखी थी। इस बार मोदी पीएम बनते ही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को निपटा देंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं होने लगी कि एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है और तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उसके बाद ही जहाँ उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है। उसका हिसाब किताब करेंगे। सूत्रों की मानें तो भाजपा की 240 सीटें रह जाने के बाद स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस की ओर से पीएम पद के लिए शिवराज सिंह चौहान, नितिन गड़करी और योगी आदित्यनाथ का नाम सुझाया गया लेकिन सभी सूत्रों की खबरों और चर्चाओं में उस वक्त विराम लग गया। जब एनडीए गठबंधन की बैठक हुई और उससे बात सामने आयी 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ नरेंद्र मोदी लेंगे। मोदी को एनडीए नेता चुन लिया है।
योगी को क्यों भारी पड़ेंगे मोदी
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 43 सीटें इंडिया गठबंधन को गई है। खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश में भाजपा का सफाया हुआ है। अयोध्या में जनता को पसंद नहीं आता राम को लाने का नारा। इसलिए उन्होंने सपा के अवधेश प्रसाद को जीता दिया। बता दे कि यूपी में हार का ठिकरा किसी और पर नही बल्कि सीएम योगी पर ही फूटेगा। इसलिए कहा जा सकता है कि यूपी से योगी की विदाई कराने के लिए मोदी और शाह कोई कसर नही छोड़ेगे।