Mamata Banerjee/Kolkata News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता में आयोजित TMC छात्र परिषद (TMCP) के 27वें स्थापना दिवस के मौके पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मतदाता सूची से बंगाल के लोगों के नाम हटाने के लिए अन्य राज्यों से 500 से अधिक टीमें बंगाल भेजी हैं। उन्होंने इसे बंगालियों के मताधिकार को छीनने की साजिश करार दिया।
ममता ने कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में कहा, “भाजपा बंगालियों पर भाषायी आतंक फैला रही है। वे मतदाता सूची से लोगों के नाम हटाने के लिए सर्वे करवा रहे हैं। लेकिन जब तक मैं जिंदा हूं, किसी को भी बंगालियों का मताधिकार छीनने नहीं दूंगी।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी वोटर लिस्ट में नाम की जांच करें और सुनिश्चित करें कि उनका नाम सूची में शामिल है।
ममता ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह केवल चुनाव के दौरान तीन महीनों के लिए अधिकार क्षेत्र रखता है, न कि पूरे साल। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और बंगाल के अधिकारियों को धमकाने की कोशिश कर रहा है।
इसके साथ ही, ममता ने भाजपा पर बंगाली संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों की भूमिका को कमतर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अगर बंगाली भाषा ही नहीं है, तो राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत किस भाषा में लिखे गए हैं? भाजपा चाहती है कि लोग स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों की ऐतिहासिक भूमिका को भूल जाएं।”
रैली में TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी भाजपा पर हमला बोला और कहा कि पार्टी बंगाली भाषा और संस्कृति का अपमान कर रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर इस “भाषायी आतंक” का जवाब देने का आह्वान किया।
इसके जवाब में, भाजपा ने ममता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता “अवैध घुसपैठियों” को बचाने के लिए बंगाली अस्मिता का मुद्दा उठा रही हैं।
पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले यह विवाद और गहरा सकता है। ममता की यह रैली और उनके बयान TMC के आक्रामक चुनावी अभियान की शुरुआत का संकेत दे रहे हैं।

