यह चुनाव एक ही चरण में होंगे। मुंबई BMC के लिए यह चुनाव करीब चार साल के प्रशासकीय शासन के बाद हो रहे हैं। BMC का निर्वाचित निकाय का कार्यकाल मार्च 2022 में खत्म हो गया था, जबकि आखिरी चुनाव फरवरी 2017 में हुए थे। देश की सबसे अमीर नगर निगम मानी जाने वाली BMC में कुल 227 वार्ड हैं।
पूरा चुनाव शेड्यूल इस प्रकार है:
• नामांकन दाखिल करने की तारीख: 23 दिसंबर से 30 दिसंबर 2025 तक
• नामांकन पत्रों की जांच: 31 दिसंबर 2025
• नामांकन वापसी की आखिरी तारीख: 2 जनवरी 2026
• चुनाव चिन्ह आवंटन और अंतिम उम्मीदवार सूची: 3 जनवरी 2026
• मतदान: 15 जनवरी 2026
• मतगणना और परिणाम: 16 जनवरी 2026 36 38 39
इन चुनावों में पुणे, नागपुर, ठाणे, नवी मुंबई, पिंपरी-चिंचवड़, नासिक, सोलापुर सहित अन्य प्रमुख महानगरपालिकाएं भी शामिल हैं। कुल मतदाताओं की संख्या में करीब 3.48 करोड़ का इजाफा होने की उम्मीद है।
चुनाव आयोग ने नामांकन ऑफलाइन जमा करने के निर्देश दिए हैं। लंबे इंतजार के बाद इन चुनावों की घोषणा से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। प्रमुख पार्टियां जैसे शिवसेना (शिंदे और उद्धव गुट), भाजपा, कांग्रेस और एनसीपी अब जोर-शोर से तैयारी में जुट जाएंगी। यह चुनाव महाराष्ट्र की सियासी तस्वीर को नई दिशा दे सकते हैं, क्योंकि BMC का बजट और प्रभाव बेहद बड़ा है।
राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी
ऐलान के साथ ही मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों की सरगर्मी बढ़ गई है। सत्तारूढ़ महायुति (भाजपा-शिवसेना शिंदे-एनसीपी अजित पवार) एक साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जबकि महा विकास अघाड़ी (शिवसेना उद्धव-कांग्रेस-एनसीपी शरद पवार) में गठबंधन को लेकर मतभेद सामने आ रहे हैं।
नामांकन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। मतदाता सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
ये चुनाव मुंबई की राजनीति की दिशा तय करने वाले माने जा रहे हैं, क्योंकि बीएमसी देश की सबसे धनी नगर निकाय है और इसका बजट कई राज्यों से भी बड़ा होता है।
बीएमसी चुनाव का बैकग्राउंड
बीएमसी के आखिरी चुनाव फरवरी 2017 में हुए थे, जिसमें शिवसेना ने सबसे ज्यादा 84 सीटें जीती थीं, उसके बाद भाजपा (82), कांग्रेस (31) आदि। निर्वाचित निकाय का कार्यकाल मार्च 2022 में समाप्त हो गया था और तब से मुंबई देश की सबसे अमीर नगरपालिका प्रशासक के शासन में चल रही है। यह बीएमसी के 150 साल के इतिहास में सबसे लंबा प्रशासक शासन काल है। इस बार बीएमसी में 227 वार्डों से कॉरपोरेटर चुने जाएंगे। इनमें से अधिकांश में मल्टी-मेंबर वार्ड सिस्टम लागू है (मुंबई को छोड़कर अन्य 28 महानगरपालिकाओं में)।

