Nand Kishore Gurjar’s controversial remarks go viral: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने एक धार्मिक मंच पर दिए गए भाषण में अत्यंत विवादित और भड़काऊ बयान देकर फिर से सुर्खियां बटोर ली हैं। गुर्जर ने मुस्लिम महिलाओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिसमें उन्होंने दावा किया कि “मुस्लिम महिलाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजा करेंगी और हिंदुओं से शादी करना चाहती हैं।” इसके अलावा, उन्होंने हलाला प्रथा और क्रीम पाउडर के बजाय गौमूत्र के उपयोग की सलाह देते हुए कहा कि “भारत के सभी मुसलमान मूल रूप से हिंदू हैं।” यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं उभर रही हैं।
घटना एक धार्मिक सभा के दौरान घटी, जहां गुर्जर स्थानीय समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वे जोशोखरोशी के साथ ये बातें कह रहे हैं, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली लग रही हैं। सोशल मीडिया पर #NandkishorGurjar, #ViralStatement और #CommunalRemarks जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने इसे सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाला बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है, जबकि पार्टी के कुछ नेताओं ने चुप्पी साध रखी है।
नंदकिशोर गुर्जर पहले भी अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। मार्च 2025 में, उन्होंने लोनी में एक ‘कलश यात्रा’ के दौरान पुलिस पर पथराव का आरोप लगाते हुए योगी सरकार की आलोचना की थी, जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया था। सितंबर 2025 की शुरुआत में बागपत के एक योग शिविर में उन्होंने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को “पशु” बताते हुए विवाद खड़ा किया था। इन घटनाओं से गुर्जर की छवि एक ऐसे नेता की बनी है, जो हिंदुत्व के नाम पर उग्र बयानबाजी से बाज नहीं आते।
विपक्षी नेताओं ने इस बयान को “घृणा फैलाने” का हथियार बताया है। समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “ऐसे बयान समाज में फूट डालने का काम करते हैं। बीजेपी को अपने विधायकों पर लगाम लगानी चाहिए।” वहीं, कांग्रेस ने इसे “मोदी सरकार की असली मानसिकता” करार दिया। मुस्लिम संगठनों ने भी कड़ी निंदा की है और कहा है कि यह बयान अल्पसंख्यक समुदाय को अपमानित करने का प्रयास है।
सोशल मीडिया पर वीडियो को हजारों बार शेयर किया जा चुका है, जहां यूजर्स इसे “भड़काऊ” और “असंवेदनशील” बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह हिंदू-मुस्लिम एकता के नाम पर जहर फैलाने जैसा है।” दूसरी ओर, गुर्जर के समर्थक इसे “सच्चाई का आईना” बता रहे हैं। फिलहाल, बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि मामला जांच के दायरे में है।
यह घटना उस समय घटी है जब देश में सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने की अपीलें तेज हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बयान चुनावी राजनीति को और ध्रुवीकृत कर सकते हैं। पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन सामाजिक तनाव को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। गुर्जर से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
यह मामला बीजेपी के लिए एक नई चुनौती बन गया है, खासकर तब जब पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय के साथ संवाद की कोशिश कर रही है। क्या यह वीडियो राजनीतिक भूचाल लाएगा, यह तो समय ही बताएगा।

