Lok Sabha Election 2024M: लखनऊ। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) प्रदेश की 20 अल्पसंख्यक बहुल लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इसमें आजमगढ़, संभल, बदायूं, मेरठ, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, फूलपुर आदि प्रमुख सीटें हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई ने राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेज दिया है।
Lok Sabha Election 2024M:
पार्टी के प्रवक्ता आसिम वकार ने साफ कहा कि एआईएमआईएम अखिलेश यादव की संभावित सीट आजमगढ़ पर प्रत्याशी उतारने के साथ ही शिवपाल यादव की बदायूं सीट पर भी उम्मीदवार उतारेगी। इसी तरह सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे की सीट फिरोजाबाद पर भी उम्मीदवार उतारेगी। इसके अलावा संभल, मुरादाबाद, अमरोहा और मेरठ जैसी सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे। ओवैसी की पार्टी ने इंडिया गठबंधन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
इससे पहले एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेजा था। अब सात सीटें फाइनल मानी जा रही हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी खुद यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट में एआईएमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान साहेब ने कहा कि अभी यह फैसला नहीं हुआ है कि ओवैसी कौन सी सीट से चुनाव लड़ेंगे। कहा कि समाजवादी पार्टी ने उनकी सीटों की मांग नहीं मानी तो ओवैसी यूपी से भी चुनाव लड़ सकते हैं। उनकी पार्टी ने सपा से नगीना, आजमगढ़, संभल, मुरादाबाद और आंवला लोकसभा सीट मांगी है। प्रवक्ता ने कहा कि अगर सपा ने डिमांड नहीं मानी तो न सिर्फ ओवैसी यूपी से चुनाव लड़ेंगे बल्कि 25 और सीटों पर हमारे प्रत्याशी उतरेंगे।
रतलब है कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी एआइएमआइएम ने प्रदेश की 95 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा था। उसे एक भी सीट न मिली हो किंतु 2.01 प्रतिशत मत लेने में सफलता जरूर मिली थी। उस समय ओवैसी प्रचार के लिए कई जिलों में आए थे। ओवैसी के मैदान में उतरने से अल्पसंख्यक वोटों का न सिर्फ बिखराव होता है जबकि इसका सीधा नुकसान सपा को होता है।
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