ग्राम समाज की जमीन पर लेखपाल ने लगाई गलत रिपोर्ट, हुआ सस्पेंड
आमतौर पर जमीन के मामलों में लेखपाल को स्थानीय स्तर पर दाई के रूप में देखा जाता है। उसी की रिपोर्ट को आधार बनाकर तहसीलदार, एसडीएम, एडीएम और डीएम तक हस्ताक्षर कर फाइल को आगे बढ़ाते हैं, लेकिन जब लेखपाल पर ही शक हो जाए तो ऐसे में दोबारा मुआयना कराया जाता है। ऐसा ही मामला गांव बिसहाड़ा से सामने आया है। जहां ग्राम समाज की जमीन पर गलत रिपोर्ट देने के मामले में लेखपाल को सस्पेंड कर दिया गया है।
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बिसहाड़ा गांव में ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे की शिकायत प्रशासन को मिली थी। मौके पर जाकर लेखपाल राजपाल को इस मामले में रिपोर्ट देने के लिए निर्देश दिए गए। लेखपाल ने रिपोर्ट में कहा कि जमीन पर किसी का कब्जा नहीं है। एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता बताते हैं कि यह रिपोर्ट गलत पाई गई कुछ दिनों बाद पता चला कि ग्राम समाज की जमीन पर अभी भी कब्जा है। इसकी सत्यता जांचने के लिए मौके पर जाकर देखा गया पता चला कि लेखपाल में गलत रिपोर्ट बना कर दी है। सभी को जांचा गया जिसके बाद पता चला कि वाकई लेखपाल ने रिपोर्ट लगाई थी। इस मामले को लेकर ही लेखपाल राजपाल को सस्पेंड कर दिया।