Diwali Politics: गुजरात-हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आई दीवाली ने नेताओं की मुश्किलें कम कर दी है। दीवाली के बहाने जनता और रूठे नेताओं के बीच दूरियां कम हो रही है। दीवाली के बहाने चुनावी समीकरण साधने नेता जुट चुके है।
दीवाली पर्व कई राजनेताओं के लिए छुट्टी की तरह होगी। इस मौके पर कई नेता या तो परिवार के साथ होंगे या फिर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दिवाली मनाएंगे। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी नाम शामिल है। परिवार के साथ इस पर्व को मनाने में नितिन गडकरी का अंदाज सबसे अलग है, वहीं अमित शाह इस बार पार्टी के कामों व्यस्त रहेंगे।
उधर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इस पर्व पर मिट्टी के किले बनाने की पारिवारिक परंपरा को निभाते हैं। वो इसे बनाने में अपने पोते-पोतियों की मदद करेंगे। हालांकि मिट्टी का घर बनाने की परंपरा अब महाराष्ट्र में धीरे-धीरे गायब होती दिख रही है। दीपावली पर्व पर गडकरी और उनकी पत्नी अपने छह पोते-पोतियों की खरीददारी के अलावा सोमवार(24 अक्टूबर) को लक्ष्मी पूजा करेंगे। भाई दूज के दिन गडकरी अपने घर पर अपनी चचेरी बहनों के साथ त्योहार मनाएंगे।