हादसा कुरनूल के पास एनएच-44 पर चिन्नातेकुरु गांव के निकट सुबह करीब 3 बजे हुआ। कावेरी ट्रैवल्स की यह बस हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी। पुलिस अधीक्षक विक्रांत पटेल ने बताया कि बस एक मोटरसाइकिल से टकरा गई, जिसके बाद बाइक बस के नीचे फंस गई और ईंधन टैंक में आग लग गई।
आग इतनी तेजी से फैली कि बस कुछ ही मिनटों में पूरी तरह जलकर खाक हो गई। अधिकांश यात्री सो रहे थे, जिससे बचाव मुश्किल हो गया। कुछ यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर बाहर कूदकर अपनी जान बचाई, जबकि राहगीरों ने भी बचाव में मदद की।
एक चश्मदीद ने बताया कि आग लगने के बाद बस से चीखें सुनाई दे रही थीं। बचाव दल पहुंचने से पहले स्थानीय लोगों ने घायलों को बाहर निकालने की कोशिश की। कुरनूल जिला कलेक्टर ए. सिरी ने पुष्टि की कि 11 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि बाकी की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किए जा रहे हैं। बस चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
यह हादसा हैदराबाद-बेंगलुरु मार्ग पर दूसरा बड़ा बस आग हादसा है। इससे पहले 2013 में महबूबनगर जिले में एक बस में आग लगने से 45 लोगों की मौत हुई थी। अधिकांश यात्री बेंगलुरु में नौकरी करने वाले थे, जो दिवाली की छुट्टियां मनाकर हैदराबाद से लौट रहे थे।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “इस दुखद समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, जो फिलहाल दुबई की यात्रा पर हैं, ने अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य सचिव से बात कर स्थिति का जायजा लिया और घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को कहा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी हादसे पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी शोक व्यक्त किया। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद दी जाए।
पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और सड़क सुरक्षा के उपायों पर जोर दिया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए बसों में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

