Kathua Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर इलाके से सुरक्षा बलों ने बुधवार को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। यह वही स्थाान है जहां मंगलवार रात शुरू हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था जबकि गंभीर रूप से घायल सीआरपीएफ जवान बुधवार को बलिदान हो गया। बरामद किए गए हथियारों और गोला-बारूद में 30 राउंड वाली तीन मैगजीन, 24 राउंड वाली एक मैगजीन, एक अलग पॉलीथीन बैग में 75 राउंड, तीन जिंदा ग्रेनेड, 500 रुपये के एक लाख रुपये मूल्य के नोट, पाकिस्तान में बनी चॉकलेट, सूखा छेना और बासी चपातियां, पाकिस्तान में बनी दवाएं और दर्द निवारक इंजेक्शन, ए4 बैटरी सेल के दो पैक, एंटीना वाला एक हैंडसेट और हैंडसेट से लटके दो तार शामिल हैं।
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बताया जा रहा है कि ड्रोन से भी घटनास्थल पर नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान आतंकी की मौजदूगी का पता चला। इसके बाद शुरू हुई गोलीबारी में आतंकवादी को मार गिराया गया। सुरक्षाकर्मी धीरे-धीरे घेरा और छोटा करते गए। खुद को घिरता हुए देख आतंकी ने सुबह दस बजे के करीब फिर गोलीबारी की। इसके जवाब में मुठभेड़ शुरू हुई। इस मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक हीरानगर इलाके के सेडा सोहल गांव में मंगलवार शाम को आतंकी घुस आए थे। उनमें से एक को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था जबकि अन्य आतंकियों की तलाश अभी जारी है। मुठभेड़ में सीआरपीएफ की 121 बटालियन के कांस्टेबल कबीर दास घायल हो गए थे। उन्हें हीरानगर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह आज उपचार के दौरान चिरनिद्रा में लीन हो गए। इस मुठभेड़ में पांच स्थानीय नागरिक भी घायल हुए थे। भागे हुए दूसरे आतंकी की धरपकड़ के लिए सेडा सोहल गांव में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान बुधवार को शुरू किया गया है।
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सीआरपीएफ जवान हुआ बलिदान
अन्य आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन शुरू हुआ। मौके पर पुलिस, सेना, एसओजी, सीआरपीएफ की टीमें पहुंच गई। इलाके की घेराबंदी कर ली गई। अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अलसुबह करीब तीन बजे यहां आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ का जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत इलाज के लिए हीरानगर उपजिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जवान कबीर दास को बचाया नहीं जा सका।
मारे गए आतंकी से भारी मात्रा में हथियार और एक लाख की नकदी बरामद
सुरक्षा बलों ने चल रही मुठभेड़ स्थल के आसपास हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। अधिकारी के अनुसार, बरामद हथियारों और गोला-बारूद में 30 राउंड वाली तीन मैगजीन, 24 राउंड वाली एक अन्य मैगजीन, अलग-अलग पॉलीथीन में 75 राउंड, तीन ग्रेनेड, एक लाख रुपये की करेंसी (500 रुपये के 200 नोट), खाने-पीने का सामान (पाकिस्तान में बनी चॉकलेट, सूखे चने और बासी रोटियां), पाकिस्तान में बनी दवाइयां और इंजेक्शन (दर्द निवारक), एक सिरिंज, ए4 बैटरी के 2 पैक और टेप में लिपटा एक हैंडसेट जिसमें एंटीना और हैंडसेट से लटके दो तार शामिल हैं।
आतंकी हमले के चश्मदीद अश्वनी कुमार शर्मा ने बताया कि गांव के कुछ युवाओं ने आतंकियों को देखा था। अश्वनी भी गांव की गली में थे और तभी सामने से आए दो हथियारबंद लोगों ने हिंदी में बाद करते हुए पानी पिलाने को कहा। अश्वनी ने बताया कि वो उनके हाथ में एके 47 देखकर समझ गया कि यह आतंकी है और कुछ दूरी पर चौक में खेल रहे बच्चों के बीच चिल्लाया कि आतंकी आ गए हैं। इसके बाद सब अपने घरों को ओर दौड़े। तभी आतंकियों ने गांव की गली से ही गोली चलानी शुरू की जिसमें ओमकार घायल हुए। तब तक सभी लोग अपने घरों के भीतर जा छिपे थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और कुछ देर बाद की एनकाउंटर शुरू हो गया।
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