हरिद्वार से कावड़ लाने की यात्रा आज से शुरू होने जा रही है। मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा के सावन मास की कांवड़ यात्रा आज से शुरू हो रही है। सड़कों पर कांवड़ियों का सैलाब उमड़ने जा रहा है। अगले कुछ दिन में बम-बम और बोल-बम के जयकारों के साथ शिवभक्त अपने कांधे पर कांवड़ लेकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ेंगे। रास्तों पर केवल भगवा ही भगवा नजर आएगा। सभी जिलों पुलिस-प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए पुख्ता तैयारी करने का दावा किया है। इस बार कांवड़ मार्गों और प्रसिद्ध शिवालयों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी।
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इस बार सावन के 2 महीने होने की वजह से 59 दिन तक कांवड़ियों का आवागमन रहेगा। वहीं दिल्ली लखनऊ राष्ट्रीय मार्ग पर कांवड़ियों के लिए हाईवे की एक साइड अनारक्षित रहेगी। गाजियाबाद से बुलंदशहर जीटी रोड़ पर भी पुलिस-प्रशासनिक अफसर कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न कराने की तैयारी में जुटे हैं। खुद डीएम-डीसीपी ग्रेटर नोएडा लगातार कांवड़ यात्रा मार्गों का दौरा कर व्यवस्थाओ का जायजा ले रहे हैं। कांवड़यिों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान भी तैयार किया गया है। हाईवे पर भारी वाहनों का रूट डायवर्जन लागू रहेगा।
ये होगा रूट
सावन के पहले 15 दिन में हरिद्वार से कावड़ लेकर बुलंदशहर, हापुड़, संभल, बदायूं के शिवभक्त गुजरेंगे। जो हरिद्वार से चलकर बिजनौर, धनौरा, बछरायूं होते हुए गजरौला पहुंचेंगे। फिर वह यहां से संभल जाने वाले हसनपुर मार्ग बुलंदशहर जाने वाले कुमराला पुलिस चैकी के पीछे बैंसली गांव को होते हुए सीधे हाईवे पर पहुंचेंगे। हापुड़ के वाले कांवडिए भी इसी मार्ग से गुजरेंगे।